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सारण उन्नयन से बेहतर हुआ मैट्रिक का रिजल्ट

फोटो 7 सीपीआर 21 चमकी मेधा -पिछले साल से 19 फीसदी अधिक बच्चे हुए पास - सुपर 30 के बच्चों ने भी किया बेहतर प्रदर्शन -स्कूल व कोंचिग संस्थानों में रहा जश्न का माहौल जागरण संवाददाता छपरा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की 10 वीं की परीक्षा का रिजल्ट निकलने के बाद दूसरे दिन रविवार को भी स्कूलों एवं कोचिग संस्थानों में जश्न का माहौल था। सारण जिले में जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किये गये। सारण उन्नयन कार्यक्रम का प्रभाव रिजल्ट पर पड़ा। जहां पिछले साल 59.65 परीक्षार्थी पास हुए थे उसमें करीब 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस बार 7

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 06:25 AM (IST)
सारण उन्नयन से बेहतर हुआ मैट्रिक का रिजल्ट
सारण उन्नयन से बेहतर हुआ मैट्रिक का रिजल्ट

सारण। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की 10 वीं की परीक्षा का रिजल्ट निकलने के बाद दूसरे दिन रविवार को भी स्कूलों एवं कोचिग संस्थानों में जश्न का माहौल था। पिछले साल 59.65 परीक्षार्थी पास हुए थे, उसमें करीब 19 फीसद का इजाफा हुआ है। इस बार 78.95 फीसद विद्यार्थी पास हुए हैं। सारण में फ‌र्स्ट डिविजन से पास होने परीक्षार्थियों की संख्या 10567 है। सूबे में बांका के बाद सबसे बेहतर रिजल्ट सारण जिले का आया है। इसमें सारण उन्नयन का का बड़ा योगदान है। इसके लिए सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, जिला शिक्षा पदाधिकारी जयचंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(समग्र शिक्षा एवं प्रारंभिक शिक्षा) अमरेंद्र कुमार गौड़ का सार्थक प्रयास किया था। उसके साथ जिले के दो स्कूलों लोक मान्य उच्च विद्यालय एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय पीरौना गड़खा में सुपर 30 का बैच चलाया गया था। इस कारण विद्यार्थियों का प्रदर्शन बेहतर रहा। हालांकि जिला स्तर पर वे टॉप फाइव में जगह नहीं बना सके। सारण उन्नयन के तहत सरकारी हाई स्कूलों में स्मार्ट क्लास में ऑडियो -वीडियो सिस्टम से विज्ञान, गणित एवं सामाजिक विज्ञान पढ़ाया जा रहा था, जिसके तहत सिलेबस तैयार की गई थी। ई लर्निग एवं इकोवेशन एप से तैयारी कराया गया था। आइटीआइ कानपुर के छात्र रीतेश कुमार ने इनवोशन एप भी तैयार किया था। इस इनवोशन एप से कक्षा दस के छात्र-छात्राओं को जोड़ा जा रहा है। सातों दिन चौबीस घंटे बच्चों को विज्ञान, गणित एवं सामाजिक विज्ञान के जटिल सवालों का हल कर रहे है। जिसका असर मैट्रिक के रिजल्ट में दिखा। इसमें शिक्षा विभाग के लिपिक साकेत कुमार, राजीव रंजन एवं अजय कुमार ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। गेटवे के रमण कुमार सिंह ने कहा कि उनके संस्थान के दस छात्रों को 85 फीसद से अधिक अंक आया है। संत जलेश्वर एकेडमी के 10 विद्यार्थियों को 400 से लेकर 443 के बीच में नंबर आया है। एकेडमी के अधिकांश छात्र-छात्रा प्रथम श्रेणी से पास किये हुए है। यहां सहबाज आलम को 443, मुन्नू कुमार शर्मा को 442, हर्ष राज को 433 एवं पम्मी कुमारी को 427 नंबर आया है। मैट्रिक में 10567 परीक्षार्थी हुए फ‌र्स्ट डिविजन में पास

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सारण जिले में इस वर्ष 81 हजार तीन सौ 13 परीक्षार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी। इसमें 64 हजार एक सौ 95 परीक्षार्थी पास हुए हैं, जिनमें 10 हजार पांच सौ 67 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से, 27 हजार तीन सौ 80 द्वितीय श्रेणी एवं 25 हजार एक सौ 77 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए है। इस बार लड़कों ने लड़कियों को प्रथम श्रेणी से पास होने में पछाड़ दिया है। मैट्रिक के परीक्षार्थियों का ब्योरा एक नजर में :

कुल कितने परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा - 81313

मैट्रिक में पास परीक्षार्थी - 64195

प्रथम श्रेणी से पास परीक्षार्थी - 10567

द्वितीय श्रेणी से पास परीक्षार्थी - 27380

तृतीय श्रेणी से पास परीक्षार्थी - 25177 छात्र -छात्राओं का अलग -अलग पास होने का ब्योरा

छात्र :

कुल परीक्षार्थी - 40733

पास परीक्षार्थी - 32699

छात्रों का पास प्रतिशत -81.39

प्रथम श्रेणी - 6326

द्वितीय श्रेणी - 13997

तृतीय श्रेणी - 11967 छात्रा :

कुल परीक्षार्थी - 41366

पास परीक्षार्थी - 31496

छात्रा का पास प्रतिशत - 76.56

प्रथम श्रेणी - 4241

द्वितीय श्रेणी - 13383

तृतीय श्रेणी - 13210


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