गढ़देवी मंदिर में एक हुए प्रेमी युगल
सारण। जहा एक तरफ दहेज ने कई घरों तबाह कर दिया है वहीं थानाध्यक्ष मढौरा के प्रयास से ग
सारण। जहा एक तरफ दहेज ने कई घरों तबाह कर दिया है वहीं थानाध्यक्ष मढौरा के प्रयास से गढ़देवी मंदिर में शनिवार को आदर्श विवाह करना समाज के लिये शुभ संकेत है। बलिया की संजू कुमारी की शादी मढौरा के कर्णपुरा के शत्रुघ्न पंडित से हिंदू रीति रिवाज़ से गढ़देवी मंदिर मे सम्पन्न हुई। दूल्हे के मित्र छोटन तिवारी ने बताया कि लड़के के पिता बलिया मे नौकरी करते थे ,जहा पर संजू और मनोज की जान पहचान हुई। धीरे -धीरे यह पहचान प्यार मे तब्दील हुआ। दोनो के घर वाले शादी तय कर लिये ,परंतु दहेज नहीं जुट पाने के कारण शादी टूट गई। तय तिथि दो जुलाई को तिलक की रस्म थी। घर वालों के फैसले के खिलाफ लड़का और लड़की तय तारीख को ही शादी करना चाहते थे। लड़की ने लड़के से बातचीत की और मढ़ौरा थाने पहुंच अपनी आपबीती सुनाई। थानाध्यक्ष ने दोनो के बालिग होने की वजह से परिवार वालों को बुला कर दोनो पक्ष को शादी के लिये राजी करा कर आदर्श विवाह कराया। इसकी सराहना सभी उपस्थित गणमान्य लोगो ने की।