अधिसूचना के चार महीने बाद भी आकार नहीं ले सकी सारण की मांझी नगर पंचायत
सरकार के नगर विकास विभाग ने चार महीना पहले अधिसूचना जारी कर प्रखंड के मांझी पूर्वी एवं मांझी पश्चिमी इन दो पंचायतों को शामिल कर नवगठित नगर पंचायत का दे दिया लेकिन इन चार महीने में नगर पंचायत के विधिवत गठन की प्रक्रिया पूरी करने की दिश में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
सारण। सरकार के नगर विकास विभाग ने चार महीना पहले अधिसूचना जारी कर प्रखंड के मांझी पूर्वी एवं मांझी पश्चिमी इन दो पंचायतों को शामिल कर नवगठित नगर पंचायत का दे दिया, लेकिन इन चार महीने में नगर पंचायत के विधिवत गठन की प्रक्रिया पूरी करने की दिश में कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक नगर पंचायत प्रशासन के कामकाज के लिए अदद कार्यालय की व्यवस्था नही हो सकी। एकमा के कार्यपालक पदाधिकारी के जिम्मे ही मांझी नगर पंचायत को लगा दिया गया। साहब एकमा में ही रहकर मांझी नगर पंचायत का काम करते हैं। ऐसा हो भी क्यों नहीं। आखिर जब यहां कोई काम हैं ही नहीं मांझी में रहकर भी वे क्या करते ।
नगर पंचायत का दर्जा मिलने की खबर पर लोगों ने खुशियां मनाई थी :
जब नगर पंचायत की घोषणा हुई तो यहां के लोगों ने खुब खुशियां मनाई थी । शहरों में रहने वाले लोगों को को मिलने वाली सुविधा अब मांझी में मिलने के सुखद एहसास से आनंदित हो रहे थे। उम्मीद जगी थी कि अब नगर पंचायत की हर सुविधा मुहैया होगी। विधा तो उपलब्ध नहीं हुआ पर सरकारी टैक्स में बढ़ोतरी जरूर हो गई।
सड़क पर झाड़ू लगा कर नगर क्षेत्र की सफाई की होती है खानापूर्ति :
सफाई के नाम पर सफाईकर्मियों द्वारा दुर्गापुर से लेकर मेहंदी गंज तक सिर्फ मुख्य सड़क पर झाड़ू लगाकर अपनी ड्यूटी बजा दिया जाता है। जब गांव के लोग सफाई की बात करते हैं तो सफाई मैनेजर द्वारा यह कहा जाता है कि अभी सड़क छोड़कर अंदर जाने की आर्डर नहीं है। लोग अपनी सड़क एवं रास्ता खुद ही साफ करते हैं। नाली की सफाई एवं जीर्णोद्धार जैसे काम के लिए पता नहीं कितना इंतजार करना होगा।
मांझी चट्टी से स्टेशन रोड मियां पट्टी, गढ़ बाजार, सूघर छपरा गांव में कचरों का अंबार लगा है। वहीं सफाई कर्मियों द्वारा जहां तहां से कचरा लाकर मांझी ताजपुर मुख्य सड़क पर मेहंदी गंज के समीप सड़क किनारे फेंके जाने से राहगीरों से लेकर आसपास के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। यहां फेंके गए कचरे से बदबू आ रही है, जो हवा के झोंके के साथ फैलता है। हवा तेज चलने पर कचरा भी इधर-उधर फैल रहा है।
हसन अली बाजार निवासी कमालुद्दीन खान एवं हरि यादव ने कहा कि नगर पंचायत होने पर बिजली सहित सभी चीजों का टैक्स बढ़ गया है और सुविधा नदारद है। उन लोगों ने कचरे भरे नाली को दिखाते हुए कहा कि सफाई के नाम पर पैसा की उगाही की जा रही है। पर इस नाली की सफाई या तो चंदा के पैसा लगाकर ग्रामीणों द्वारा कराई जाती है या फिर ग्रामीण खुद अपने से करते हैं।
फोटो 03 सीपीआर 4
ग्राम पंचायत का नाम बदलकर नगर पंचायत कर दिया गया है। मुख्य सड़क पर झाड़ू घुमा देने से नगर पंचायत नहीं हो जाएगा।
राजनाथ ठाकुर
फोटो 03 सीपीआर 5
यहां कैसी सफाई, लोग घर से कचरा निकाल कर सड़क पर रख देते हैं । सफाई कर्मी का कोई टाइम टेबल नहीं मन हुआ तो आते हैं नहीं तो कचरा पड़ा रहता है।
राम प्रसाद, मांझी दक्षिण टोला
फोटो 03 सीपीआर 6
मियां पट्टी मुख्य सड़क से सटे कचरों का अंबार है। यह सफाई कर्मियों एवं जिम्मेवार तंत्र को दिखाई नहीं देता। इसे कोई पूछने वाला नहीं आता । जहां कचरे का अंबार लगा हुआ है।
भीम कुशवाहा, मांझी मियां पट्टी