सारण में अखंड अष्टयाम के लिए की गई जलभरी
समीपवर्ती प्रखंड के लच्छी बिशुनपुरा गांव में अखंड अष्टयाम के लिए मंगलवार को जलभरी की गई। इसके लिए भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु यज्ञ स्थल से नगर भ्रमण करते हुए बिशुनपुरा शिव मंदिर बड़ा पोखरा पहुंचे।
सारण। समीपवर्ती प्रखंड के लच्छी बिशुनपुरा गांव में अखंड अष्टयाम के लिए मंगलवार को जलभरी की गई। इसके लिए भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु यज्ञ स्थल से नगर भ्रमण करते हुए बिशुनपुरा शिव मंदिर बड़ा पोखरा पहुंचे।
वहां आचार्य गुड्डू तिवारी के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत जलभरी की गई। इस दौरान विभिन्न देवी-देवताओं के जयकारा व लाउडस्पीकर से भक्ति गीतों के प्रसारण से वातावरण भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालु भक्तों द्वारा धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो व विश्व का कल्याण हो आदि नारे भी खूब लगाये जा रहे थे। कलश यात्रा में यजमान प्रेमनाथ सिंह व आशा सिंह, संयोजक नवल किशोर सिंह, प्रभुनाथ सिंह, विक्की सिंह, झुन्नु सिंह, मनीष सिंह, विनय कुमार, अभय सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु भक्त शामिल थे। शिव परिवार प्राणप्रतिष्ठा महायज्ञ में चौथे दिन हुआ अन्नाधिवास
संसू, जलालपुर : जलालपुर प्रखंड अंतर्गत कोपा के बनकटा गांव में आयोजित सात दिवसीय शिव प्राणप्रतिष्ठा महायज्ञ के चौथे दिन मंगलवार को शिवजी, पार्वतीजी, गणेशजी, कार्तिकेय व नंदी महाराज की मूर्तियों का अन्नाधिवास कराया गया। इससे पहले शिव परिवार की मूर्तियों का पुष्पाधिवास और फलाधिवास श्रद्धालुओं द्वारा कराया जा चुका है। यज्ञाचार्य अवध किशोर मिश्र, मार्कण्डेय चौबे एवं भूलन बाबा ने बताया कि अन्नाधिवास इसलिए किया जाता है कि क्षेत्र में अन्न की प्रचुरता रहे । हम जिन वस्तुओं से भगवान शिव को आच्छादित करेंगे वह वस्तु हमें प्रचूर मात्रा में प्रकृति से प्राप्त होती है। सांध्य कालीन प्रवचन के दौरान पूर्व एडीजे राम प्रवेश चौबे ने किया।