कैंपस : जेपीयू में अब तीन माह पर होगी पीजीआरसी की बैठक
जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अशोक कुमार झा की अध्यक्षता म
जागरण संवाददाता, छपरा :
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अशोक कुमार झा की अध्यक्षता में सोमवार को पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल (पीजीआरसी) की बैठक हुई। इसमें डीआरसी में पास करीब एक सौ से अधिक सिनॉप्सिस पर मोहर लगाई गई। एक दर्जन से अधिक सिनॉप्सिस को खारिज कर दिया गया। उसके साथ ही परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल कुमार सिंह ने प्रस्ताव दिया कि हर तीन माह पर पीजीआरसी की बैठक की जाए। इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया ले लिया। उसके पूर्व की बैठक में हर महीने की 25 तारीख को पीजीआरसी की बैठक करने का निर्णय लिया गया था। उसे बदल दिया गया है। उसके साथ ही 28 सितंबर को हुई पीजीआरसी की बैठक में लिए गये निर्णय की संपुष्टि की गयी। बैठक में मानविकी संकायाध्यक्ष डा. उषा कुमारी, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डा. लक्ष्मण सिंह, डा.गजेंद्र कुमार, डा. कुमार मोती, डा. यूएस ओझा, डा. एपमी चौरसिया, डा. हरिश्चंद्र, डा. संजय कुमार, डा. श्रीकांत सिंह, डा. केदार नाथ सिंह, डा. रणजीत कुमार आदि मौजूद थे।
प्रो. शुभ नारायण सिंह के निधन पर शोक
छपरा : जगदम कॉलेज के राजनीति शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. शुभ नारायण सिंह के निधन पर शोक की लहर है। पिछले दिनों हृदयगति रुकने से उनका निधन हो गया था। उल्लेखनीय हो कि वे सेवानिवृत होने पर प्रभुनाथ नगर मोहल्ला विकास समिति बनाकर मोहल्ले के विकास के लिए कार्य कर रहे थे। उन्होंने सड़क, नाला निर्माण एवं विकास के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी। उनके निधन पर जेपीयू के पूर्व कुलसचिव प्रो. विजय प्रताप सिंह, सिनेट सदस्य डा. मनोज कुमार सिंह, डा. नंदकुमार सिंह, प्राचार्य डा. केपी श्रीवास्तव, डा. इंदु सिंह, डा. चिरंजीवी लोचन, डा. आशा रानी गंगा सिंह कॉलेज के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक डा. हरिमोहन कुमार पिटू, भौतिकी के प्राध्यापक डा. धमेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने शोक व्यक्त किया। इनसेट :
जेपीयू में खेलकूद प्रतियोगिता एकलव्य 25 से
छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय में एकलव्य प्रतियोगिता 25 -28 मार्च तक होगी। इसमें छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के छात्र-छात्रा भाग लेंगे। इस संबंध में पदाधिकारी डॉ. केदार नाथ प्रसाद ने पूर्व में पत्र जारी किया था। जिसे छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के सभी अंगीभूत व संबंद्ध कॉलेजों के प्राचार्य, पीजी हेड एवं शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य था। विश्वविद्यालय में एकलव्य की तैयारी प्रारंभ कर दी गयी।