हत्या के विरोध में बंद रहा बाजार, आक्रोश
छपरा जिला परिषद की अध्यक्ष मीना अरुण के भैसुर अर्जुन सिंह की हत्या के बाद मढ़ौरा बाजार के अलावा अंवारी एवं सलिमापुर बाजार की सभी दुकानें बंद रही। अर्जुन सिंह की हत्या के ग्रामीण आक्रोशित दिखे।
छपरा । छपरा जिला परिषद की अध्यक्ष मीना अरुण के भैसुर अर्जुन सिंह की हत्या के बाद मढ़ौरा बाजार के अलावा अंवारी एवं सलिमापुर बाजार की सभी दुकानें बंद रही। अर्जुन सिंह की हत्या के ग्रामीण आक्रोशित दिखे। उग्र ग्रामीणों ने रेफरल अस्पताल के पास मढ़ौरा छपरा-मुख्य पथ को नगर पंचायत का कूड़ादान गिरा जाम कर दिया। आवागमन घंटों बाधित रहा। भीड़ में शामिल समर्थक प्रशासन पर हत्या करवाने का आरोप लगाकर पुलिस प्रशासन के विरोधी में नारे लगा रहे थे। कुछ देर में पहुंचे पुलिसकर्मी अपने अधिकारियों के निर्देशानुसार अस्पताल से दूरी बनाकर माहौल के शांत होने का इंतजार कर रहे थे। आक्रोशितों ने कई बार पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से बहस भी की। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश था। पूर्व थानेदार पर लोग कई तरह के आरोप लगा रहे थे। जानकारी लेने डीआइजी पहुंचे रेफरल अस्पताल
घटना से आक्रोशित ग्रामीण घटनास्थल पर वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े थे। कह रहे थे कि जबतक वरीय अधिकारी नहीं आएंगे, हम जाम नहीं हटाएंगे। सारण डीआइजी विजय कुमार वर्मा रेफरल अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने जिप अध्यक्ष मीना अरुण से मुलाकात की। उनसे हत्या के संबंध में जानकारी लिया। डीआइजी ने दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया7 जिप अध्यक्ष मीना अरुण ने रोते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न्याय की गुहार लगाई। बोली : मुझे न्याय चाहिए। जिप अध्यक्ष ने घटना से अपनी मोबाइल खो जाने की शिकायत की। घटना की सूचना पर सारण एसपी हरकिशोर राय मढ़ौरा थाना में पहुंचे जहां अस्पताल के पास होने वाले सभी तरह की गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। मढ़ौरा पुलिस के अलावा एसटीएफ, एआरबी, मशरख, पानापुर, तरैया, इसुआपुर, अमनौर, खैरा, गौरा, नगरा के थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। सोनपुर डीएसपी प्रशिक्षु आईपीएस सह थानाध्यक्ष संदीप सिंह, मढ़ौरा एसडीओ, सीओ व बीडीओ के अलावा जिला बल की टीम पहुंची थी ।
मृतक के पिता गणेश सिंह के द्वारा प्रशिक्षु आईपीएस सह थानाध्यक्ष संदीप सिंह को प्राथमिकी हेतु आवेदन सौंपा गया जिसके बाद सरकारी एंबुलेंस में मृतक के शव को प्रशासनिक देखरेख में छपरा सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अर्जुन सिंह के अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
मढ़ौरा के पकहां में व्यवसायी व जिप अध्यक्ष के भैसुर की हत्या की बात सुनकर लोग आश्चर्यचकित थे। हत्या के संबंध में जो भी सुना हतप्रभ रह गया। ग्रामीणों का कहना था कि वे शांत स्वभाव के थे। उस परिवार से उनके जैसा मृदुल स्वभाव का इंसान उस गांव में नहीं था। हर किसी गरीब व जरुरतमंद की मदद करते थे लेकिन एसआईटी दरोगा हत्याकांड के समय से वे प्रताड़ित थे। उनको किसी से कोई विवाद नहीं था फिर भी इनके साथ यह घटना घटित हो गई ।
मृतक के परिजनों की चित्कार से पूरा माहौल गमगीन रहा। अस्पताल परिसर के चारों तरह सभी के चेहरे पर मायूसी थी। मृतक के दर्शन को पहुंचे हजारों महिला पुरुषों का कहना था कि ऐसे आदमी की हत्या हो सकती है यह हमलोग सोच नहीं सकते हैं।