ठंड या किसी और कारण से हुई शिशु की मौत: सीएस
मशरक के घोंघिया गांव के डेढ़ माह के शिशु की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गया है। इसमें कहा गया है कि टीका लगाने से मौत नहीं हुई।
जागरण संवाददाता, छपरा : मशरक में हुई डेढ़ माह के बच्चे की मौत टीका से नहीं, बल्कि ठंड या किसी और कारण से हुई है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने शुक्रवार को कही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हो गया है कि टीका लगाने के कारण बच्चे की मौत नहीं हुई थी। फिर भी जांच टीम का गठन कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत होने के 18 घंटे पहले टीका लगाया गया था। टीकाकरण का कोई भी प्रतिकूल असर एक घंटे के अंदर ही होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह बात सामने आ गई है कि टीका लगाने से मौत नहीं हुई। जिस वायल से उस शिशु को टीका लगाया गया था उसी से चार-पांच अन्य बच्चे भी प्रतिरक्षित किए गए थे। वे सभी पूरी तरह स्वस्थ हैं। ऐसी आशंका है कि बच्चे की मौत ठंड लगने से हुई है या फिर कोई अन्य कारण हो सकता है। जांच टीम इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट देगी।
इस क्रम में सिविल सर्जन ने आम लोगों को सलाह दी है कि अफवाहों से बचें। सरकारी अस्पतालों में टीके का बेहतर रख-रखाव किया जाता है। स्वास्थ्य केन्द्रों में इस्तेमाल हो रही टीकों की गुणवत्ता राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक विभिन्न चरणों के तहत सुनिश्चित भी की जाती है। इसलिए टीके की गुणवत्ता बेहतर होती है। बच्चों के लिए टीकाकरण काफी जरूरी है। यह कई जानलेवा बीमारियों से बचाता है। इसलिए अनिवार्य रूप से बच्चों को टीका लगवाएं।
क्या है मामला
मशरक थाना क्षेत्र के घोंघिया निवासी रविन्द्र सिंह की पुत्री पूनम के डेढ़ माह के पुत्र को बुधवार को टीका लगाया गया था। गुरुवार को सुबह करीब 4 बजे बच्चे की मौत हो गई। स्वजनों ने आरोप लगाया कि टीका लगाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।