Move to Jagran APP

एक हफ्ते पूर्व हुए विवाद ने सारण में ले ली दिवेश की जान

थाना क्षेत्र के डीही शिव मंदिर के पास शुक्रवार को हुए 22 वर्षीय दिवेश की हत्या मामूली विवाद में हो गई। कहा जा रहा है कि मिट्टी भरने को लेकर परिवार के साथ ही विवाद हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 04:58 PM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 04:58 PM (IST)
एक हफ्ते पूर्व हुए विवाद ने सारण में ले ली दिवेश की जान
एक हफ्ते पूर्व हुए विवाद ने सारण में ले ली दिवेश की जान

संसू, मकेर(सारण): थाना क्षेत्र के डीही शिव मंदिर के पास शुक्रवार को हुए 22 वर्षीय दिवेश की हत्या का कारण क्या है, इसकी जांच को ले पुलिस छानबीन कर रही है। हत्या को लेकर स्वजनों का कहना है कि बेसिक स्कूल डीही के पीछे की कच्ची सड़क पर दिवेश कुछ दिन पहले मिट्टी एवं ईंट का टुकड़ा डाल रहे थे। इसको लेकर उसी के परिवार के एक सदस्य ने विरोध जताया था। वे स्कूल के पास ही अपना घर बना रह रहे हैं। उन्होंने मिट्टी भरने वाली जमीन को अपनी बताया। इसको लेकर दोनों में बहस हुई थी। मामले मे एक दूसरा पहलू भी सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि मिट्टी भरने से रोकने के विवाद के बाद युवक के स्वजनों के साथ आपस में तनातनी हुई। इस दौरान लप्पड़-थप्पड़ भी हुआ। प्रतिरोध स्वरूप इस घटना को अंजाम दिया गया। गांव के ही युवकों के शामिल होने की आ रही बात

loksabha election banner

स्वजनों ने बताया कि गांव के ही एक युवक ने फोन कर दिवेश को मंदिर पर आने को कहा। इसके बाद वह मंदिर पर पहुंचा। वहां पहले से ही आधा दर्जन युवक खड़े थे। उनसे विवाद हो गया। इसी बीच एक व्यक्ति ने दिवेश के पेट में गोली मार दी। हवाई फायर करते हुए भाग गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि फोन कर उसे बुलाने की बात सही है। उसके साथ कुछ लोग भी थे। वे मंदिर पर विवाद के बाद उस व्यक्ति से उलझ गए। बचाव में उसने पहले दो हवाई फायर किया। इसके बाद दिवेश को गोली मार दी।

एफआइआर दर्ज कर पुलिसिया अनुसंधान में ही सामने आएगा सच

दिवेश के स्वजनों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद कारण स्पष्ट होगा। वहीं पुलिस की जांच में सही तथ्य सामने आएंगे। इधर, घटना की जानकारी मिलने पर मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा मकेर पहुंचे। अपर थानाध्यक्ष अंसार अहमद सिद्दिकी व जवानों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। स्वजनों से मिले। उन्होंने बताया कि पुलिस सड़क पर मिट्टी भरने के विवाद सहित अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। इस कांड में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे दिवेश

डीही गांव के सुरेंद्र राय के पुत्र दिवेश पांच भाई में तीसरे नंबर पर थे। वे अपने पिता के साथ ट्रैक्टर चलाने व उनके कारोबार में हाथ बंटाते थे। एकाएक जवान बेटे की हत्या की खबर सुनते ही मां ऊषा देवी अचेत होकर बिछावन पर गिर पड़ीं। उन्हें गांव की महिलाओं ने संभाला। वहीं पिता सुरेंद्र राय, भाई अमित, रंजीत, नितेश व चंदन सहित परिवार के अन्य सदस्य का रो-रोकर बुरा हाल था। इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कोई आवेदन नहीं दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.