धान क्रय को 77 और केंद्रों का चयन, अबतक 1474 ¨क्वटल की खरीद
जिले में धान क्रय के लिए 77 और नए क्रय केंद्रों का चयन किया गया है। पहले से चयनित 118 क्रय केंद्रों को जोड़ दें तो इनकी संख्या अब बढ़कर 195 हो गई है। इसमें 188 पैक्स और 7 व्यापार मंडल शामिल हैं। पहले चरण में 113 पैक्स और 5 व्यापार मंडल चयनित किए गए थे।
जागरण संवाददाता, छपरा : जिले में धान क्रय के लिए 77 और नए क्रय केंद्रों का चयन किया गया है। पहले से चयनित 118 क्रय केंद्रों को जोड़ दें तो इनकी संख्या अब बढ़कर 195 हो गई है। इसमें 188 पैक्स और 7 व्यापार मंडल शामिल हैं। पहले चरण में 113 पैक्स और 5 व्यापार मंडल चयनित किए गए थे। दूसरे चरण में बुधवार को विभाग ने 75 नए पैक्सों और 2 नए व्यापार मंडलों का चयन किया। विभाग का दावा है कि इससे खरीद में तेजी आएगी। साथ ही जिन प्रखंडों में अबतक केंद्र नहीं खोला जा सका था, वहां भी धान क्रय का काम शुरु हो जाएगा।
चार प्रखंडों में ही अबतक शुरू हो सकी है खरीदारी
20 प्रखंडों में से केवल 4 प्रखंडों में ही अबतक खरीद शुरू कराई जा सकी है। इसमें महज 21 किसानों से मात्र 1474 ¨क्वटल धान की खरीद ही हो सकी है। बनियापुर प्रखंड में सर्वाधिक 10 किसानों से 553 ¨क्वटल धान क्रय किया गया है। मांझी प्रखंड में 8 किसानों से 588 ¨क्वटल, मढ़ौरा में 2 किसानों से 135 ¨क्वटल तथा मशरक में एक किसान से 198 ¨क्वटल धान की खरीद हुई है। सर्वाधिक 15 केंद्रों वाले दरियापुर प्रखंड में अभी तक क्रय कार्य शुरू भी नहीं हो सका है। वहीं एक क्रय केंद्र वाले मशरक के नवादा पैक्स ने 198 ¨क्वटल धान की खरीद कर ली है। डिफॉल्टर मुक्त हुए 75 पैक्स एवं 2 व्यापार मंडल :
स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक से पैसों की लेन-देन में गड़बड़ी को लेकर डिफॉल्टर घोषित किए गए क्रय केंद्रों में 75 पैक्स और 2 व्यापार मंडलों को विभागीय अंकेक्षण के बाद डिफॉल्टर मुक्त घोषित कर दिया गया है। इन क्रय केंद्रों ने बैंक को अपना हिसाब चुकता करने का नो-ड्यूज सर्टिफिकेट के साथ अद्यतन ऑडिट रिपोर्ट विभाग को जमा कर दिया है। इसके बाद विभाग ने इन्हें नए क्रय केंद्र के रूप में चयनित करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। क्रय में धान की वर्तमान नमी से हो रही परेशानी :
धान क्रय अभियान में ठंड के असर से धान में बरकरार नमी परेशानी का कारण बन रही है। वर्तमान में धान की नमी मात्रा 20 से भी अधिक बताई जा रही है। केंद्र सरकार ने नमी की मात्रा को 17 से बढ़ाकर 19 कर दी है, लेकिन ठंड से नमी में गिरावट नहीं आ पा रही है। वैसे जिले में क्रय के लिए पूर्व से चयनित 118 क्रय केंद्रों में से 63 के पास नमी मापक यंत्र भी उपलब्ध नहीं है। यहां केवल 55 के पास यह यंत्र मौजूद है, जहां धान की नमी मापने के बाद खरीद करने की व्यवस्था है। एसएफसी से 14 मिलों का हुआ है निबंधन :
राज्य खाद्य निगम में अबतक 14 मिलों ने अपना निबंधन कराया है। उनमें 6 मिलों का सत्यापन हो चुका है। जिला टास्क फोर्स से अंतिम सत्यापन के बाद इन मिलों को धान लेने के लिए अधिकृत कर दिया जाएगा। गत वर्ष 38 मिलों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन इस वर्ष आधे से भी कम मिल ही इसमें रूचि दिखाई है।
वर्जन-
धान क्रय में तेजी लाने के लिए केंद्रों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। अब क्रय केंद्र की संख्या बढ़ने से इसमे तेजी आने की उम्मीद है। अभी धान में नमी ज्यादा होने के चलते किसान कुछ दिन और इंतजार करने की सोच रहे हैं ताकि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। फिर भी सभी अधिकारियों को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
- सुब्रत कुमार सेन,
जिलाधिकारी, सारण।