वाराणसी कैंट फ्लाईओवर हादसे में बिखर गया परिवार
सारण। वाराणसी के मुख्य कैंट रेलवे स्टेशन के समीप मंगलवार को हुए फ्लाईओवर हादसे में सारण के पिता-पुत्
सारण। वाराणसी के मुख्य कैंट रेलवे स्टेशन के समीप मंगलवार को हुए फ्लाईओवर हादसे में सारण के पिता-पुत्र की मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसका इलाज ट्रामा सेंटर वाराणसी में चल रहा है। बताया जाता है कि अपनी कार से रसूलपुर थाना क्षेत्र के टेसुआर गांव निवासी रामबहादुर ¨सह व उनकी पत्नी इकलौते बेटे को कोटा जाने के लिए कार से वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर छोड़ने जा रहे थे तभी यह घटना घटी और आई-टेन कार पर निर्माणाधीन पुल का स्लैब आ गिरा। जिसमें दबकर पिता व पुत्र की घटनास्थल पर हीं मौत हो गई। जेम्स कोटा में पढ़ाई करता था। हादसे में पिता पुत्र की मौत की सूचना मिलते हीं गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। बताया जाता है कि हादसे के दौरान जब स्लैब कार पर गिरा तो उसके झटके से पत्नी कार से बाहर फेंका गई जबकि पिता-पुत्र उसी में दब गए। पुत्र को शव कुछ देर बाद ही निकाला गया था जबकि पिता का शव देर रात में निकाला गया। वायुसेना से रिटायर होकर रामबहादुर सिंह ने ज्वाईन किया था बैंक
रामबहादुर ¨सह ने 1985 में अतरसन हाईस्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास कर पटना स्थित एएन कॉलेज से +2 व बीएससी की परीक्षा पास की थी। इसके बाद वे 1991में वायुसेना में तकनीकी रैंक में चयनित कर लिए गए। जहां देश की सुरक्षा में कई जंग में शामिल हुए । नवम्बर 2010 में वायु सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद ¨सडिकेट बैंक में बतौर क्लर्क सेवा देना शुरू किए। एक पखवाड़े पूर्व हीं बैंक ने सीनियर मैनेजर के पद पर प्रोमोशन देकर समस्तीपुर से उन्हें वाराणसी तबादला कर दिया था। जहां वे एक हादसे में बेटे समेत उनकी जान चली गई। रामबहादुर तीन भाईयों व एक बहन में दो नम्बर पर थे। एकमात्र बड़ी पुत्री जूली कुमारी रसिया में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं, जबकि इकलौता पुत्र वैभव उर्फ जेम्स कोटा में अध्ययन करता था। बाप-बेटे की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।