छठ घाट पर गंदगी से व्रतियों को होगी परेशानी
लोक आस्था का महापर्व चार दिवसीय छठ पूजा रविवार से नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है।
समस्तीपुर । लोक आस्था का महापर्व चार दिवसीय छठ पूजा रविवार से नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। लेकिन हसनपुर बाजार के पुराने थाना भवन स्थित मृत बागमती नदी के किनारे बना छठ घाट की अब तक प्रशासनिक स्तर से सफाई नहीं कराई गई। इससे व्रतियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जबकि घाट पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिससे व्रती महिलाओं को छठ पूजा करने में यहां काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि धनतेरस व दीपावली पर्व बीतने के बाद से ही लोग छठ पूजा की तैयारी में जुट जाते हैं। इस दौरान व्रत रखने वाली महिलाएं छठ पूजा में लगने वाले सामानों की खरीदारी में जुटे रहने के साथ साथ प्रसाद के लिए गेंहू को पवित्र पानी से धुलाई कर सुखाने में लगे हुए हैं। जिससे आस्था का महापर्व छठ पूजा श्रद्धा पूर्वक मनाया जा सके। बाजार की अधिकांश महिला व्रती द्वारा पूरे हर्षोल्लास के साथ बागमती नदी के घाटो पर छठ पूजा अर्चना वर्षो से करती आ रही है। साथ ही पानी में डुबकी लगाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देती रही है। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इस महत्वपूर्ण घाट की सफाई करवाने में वरती जा रही उदासीनता को आड़े हाथ लेते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सफाई का बीरा अपने माथे पर उठाकर रविवार की दोपहर से सफाई शुरू करने से व्रतियों के चेहरे पर हल्की हरयाली छायी है। वहीं प्रखंड क्षेत्र के हसनपुर कॉलेज पोखर घाट, शिव मंदिर घाट सकरपुरा,चंद्रभागा नदी घाट,हसनपुर गांव स्थित पोखर घाट सहित अन्य घाटों पर प्रत्येक वर्ष मेला का नजारा लगा रहता है। छठ पूजा देखने वालों की भी भारी भीड़ जमा होती है। लेकिन इन घाटों की सफाई कार्य अब तक शुरु नहीं किया जा सका है। बीडीओ दुनियालाल यादव ने बताया कि छठ घाटों की सफाई के लिए प्रखंड स्तर पर सरकार द्वारा कोई अतिरिक्त राशि उपलब्ध नहीं करायी जाती है।इसके लिए पंचायत में अल्प मात्रा में राशि भेजी जाती है।जो उट के मुंह में जीरा का फोरन जैसा साबित हो जाता है।