भगवान कन्हैया व गोमाता के प्रति दिखा अनूठा प्रेम
गोपाष्टमी के अवसर पर रोसड़ा में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। अन्य वर्षो की भांति श्री गोशाला परिसर में आयोजित गोपाष्टमी महोत्सव के में गोपाल मंदिर में पूजा- अर्चना के साथ गो माता की भी पूजा की गई।
समस्तीपुर । गोपाष्टमी के अवसर पर रोसड़ा में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। अन्य वर्षो की भांति श्री गोशाला परिसर में आयोजित गोपाष्टमी महोत्सव के में गोपाल मंदिर में पूजा- अर्चना के साथ गो माता की भी पूजा की गई। साथ ही गायों को सजाकर उनका नगर भ्रमण भी कराया गया। सोमवार कि सुबह गोशाला परिसर पहुंचे पीठ परिषद रोसड़ा के सदस्यों ने स्वच्छ गोशाला-स्वस्थ गो माता का नारा बुलंद करते हुए गायों को नहलाने के साथ-साथ संपूर्ण गोशाला परिसर की सफाई की। जिसमें परिषद के प्रांतीय महासचिव अमरनाथ मिश्र, डॉ. परमानंद मिश्र, सजल कुमार, डॉ. लाल बहादुर यादव, सत्य नारायण यादव, राम लखन यादव आदि ने हिस्सा लिया। तत्पश्चात गोशाला परिसर स्थित गोपाल मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना पंडित ब्रह्मादेव मिश्र द्वारा विधि-विधान पूर्वक कराई गई। उन्होंने गो माता को देवी स्वरूपा बताते हुए कहा कि इनकी सेवा और पूजा-अर्चना से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है। घर में सुख शांति कायम रहती है। हवन यज्ञ में शामिल श्रद्धालु कई महिलाओं ने यज्ञ सिद्धि के लिए गो पूजन करना बताते हुए भगवान कृष्ण से गोवंश की समृद्धि की कामना की। मौके पर गोशाला के सचिव फुलेंद्र कुमार सिंह 'आंसू' कोषाध्यक्ष रामेश्वर पूर्वे, प्रबंधक महेंद्र पूर्वे, कर्मी राम नरेश महतो समेत शहर के सैकड़ों गो भक्त मौजूद थे। मंगलवार को पूरे दिन गो पूजन को ले गोशाला परिसर में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। गो माता की पूजा कर स्वरुचि भोजन करा श्रद्धालु महिलाएं उनकी परिक्रमा कर जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्त होने की याचना करती दिखीं। दोपहर बाद गोशाला के कोषाध्यक्ष रामेश्वर पूर्वे व पंडित ब्रह्मादेव मिश्र के नेतृत्व में गो माता को सजाकर नगर भ्रमण भी कराया गया। श्री पूर्वे ने बताया कि आम जनों को गोसेवा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से गोग्रास रथ के साथ गो माता का भ्रमण कराया जा रहा है।