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कार्य मूल्यांकन के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित

समस्तीपुर। सदर अस्पताल में पदस्थापित ईएनटी डॉ. नुजहत परवीन ने एक बार फिर उपाधीक्षक पर जालसाजी का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष और ईमानदार पदाधिकारियों से उनके कार्य का मूल्यांकन कराने का अनुरोध किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 10:56 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:56 PM (IST)
कार्य मूल्यांकन के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित
कार्य मूल्यांकन के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित

समस्तीपुर। सदर अस्पताल में पदस्थापित ईएनटी डॉ. नुजहत परवीन ने एक बार फिर उपाधीक्षक पर जालसाजी का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष और ईमानदार पदाधिकारियों से उनके कार्य का मूल्यांकन कराने का अनुरोध किया है। सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्रा ने भी इस पर दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। चिकित्सक ने सिविल सर्जन को भेजे पत्र में कहा है कि उनकी सेवा अवधि 25 अक्टूबर 2018 को समाप्त हो गई। उसके बावजूद पिछले चार महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कार्य का मूल्यांकन कर सेवा अवधि विस्तार के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति को रिपोर्ट देने की मांग की है। टीम को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश

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सिविल सर्जन ने महिला चिकित्सक के अनुरोध में मूल्यांकन प्रतिवेदन जांच करने को लेकर दो सदस्यीय टीम का गठन किया। इसमें अपर उपाधीक्षक सह अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी गैर संचारी रोग डॉ. शिवनाथ शरण और सदर अस्पताल के ब्लड बैंक के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार वर्मा को शामिल किया गया है। सीएस ने चिकित्सक द्वारा उपाधीक्षक पर लगाए गए आरोप की जांच कर रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर देने का आदेश दिया है। विदित हो कि पिछले वर्ष भी मूल्यांकन प्रतिवेदन रिपोर्ट दी गई थी। इसके बाद लंबे समय तक विवाद चलने के बाद महिला चिकित्सक के सेवा अवधि में विस्तार हुआ था।


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