Move to Jagran APP

वोटों की आस पर भारी पड़ेगी जनता की प्यास

समस्तीपुर। जिले के जिन दो लोकसभा क्षेत्र में चुनावी महाभारत लड़ी जाएगी। वहां के लोग को जरूरत की आवश्यक चीजें भी उपलब्ध नहीं हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 10:53 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:53 PM (IST)
वोटों की आस पर भारी पड़ेगी जनता की प्यास
वोटों की आस पर भारी पड़ेगी जनता की प्यास

समस्तीपुर। जिले के जिन दो लोकसभा क्षेत्र में चुनावी महाभारत लड़ी जाएगी। वहां के लोग को जरूरत की आवश्यक चीजें भी उपलब्ध नहीं हो रही है। राजनीतिक दलों की वोटों की आस पर यहां के लोगों की प्यास न कही भारी पड़ जाए। क्योंकि पानी पाताल में चला जा रहा है। लोगों को पीने की पानी निकालने में पसीने छूट रहे हैं। भूमिगत जल का स्तर तेजी से नीचे खिसक रहा है। औसत जल स्तर सामान्य दो से तीन फीट नीचे चला गया है। पशु-पक्षी भी पानी के लिए बेहाल हैं। जिले के जलाशयों में भी पानी का स्तर कम हो रहा है। जिले में नदियों की स्थिति भी ठीक-ठाक नहीं है। भीषण गर्मी में अगर पानी की समस्या हो तो कठिनाई का अंदाजा सहज हो सकता है। भूमिगत जल स्तर नीचे खिसक रहे है। ताल-तलैया सूख गए हैं। चापाकल जवाब देने लगे हैं। कई हिस्सों में जलस्तर औसत से 7 से 9 फीट नीचे तक चला गया है। मोटर पंप भी जवाब देने लगे हैं। समरसेबुल भी वाटर टैंक भरने में ज्यादा समय ले रहा है। गाड़े गए बोर पंप भी जवाब देने लगे हैं।

loksabha election banner

----------------

ताल-तलैया भी सूखे

जिले के सभी ताल-तलैया भी सूखे पड़े हैं। बरसाती नदियों में तो एक बूंद पानी नहीं है। बड़ी नदियों की स्थिति भी ठीक-ठाक नहीं चल रही है। वर्षा भी लगातार दगा दे रही है। वर्ष 2008 से अब तक लगातार औसत से 50 से 60 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। जिले के सभी 1100 सरकारी सैरात सूखे हैं। इसके अलावा अन्य जलाशयों में भी एक बूंद पानी नहीं है। पशुपालक किसानों को परेशानी का सामना कर पड़ा है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग इसे बढ़ती का गर्मी का नकारात्मक प्रभाव मान रही है। इससे आने वाले दिनों में जल संकट गहरा सकता है। विभाग जलस्तर बढ़ने के लिए बरसात का इंतजार कर रही है। जल संकट से परेशान लोग शुद्ध पेयजल के लिए खाक छानते नजर आ रहे हैं। पानी के लिए लोगों की लंबी कतार लग रही है।

तीस फीट नीचे चला गया पानी

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा विगत माह औपचारिक जांच रिपोर्ट के अनुसार मार्च माह में जिले में दो से तीन फीट तक नीचे जलस्तर खिसक गया। जो सतह से लगभग तीस फुट नीचे आ गया है।

समस्तीपुर प्रखंड: 30.6 फीट

सरायरंजन लाटबसेपुरा : 29.5

पूसा दिघरा : 28.8

ताजपुर कस्बेआहार : 29.4 फीट

कल्याणपुर हजपुरवा : 25.6

खानपुर भोरेजयराम : 24.7

मोरवा उत्तरडीह : 30.4

वारिसनगर हांसा : 26.5

दलसिंहसराय रामपुरजलालपुर: 28.5

विद्यापतिनगर मनियारपुर : 25.5

पटोरी हेतनपुर : 25.8

मोहनपुर धरणीपट्टी : 26.5

मोहिउद्दीनगर कल्याणपुर बस्ती : 25.10

उजियारपुर महिसारी : 25.12

रोसड़ा भिरहा : 28.5

हसनपुर पड़ोरिया : 21.07

सिघिया माहे : 24.4

बिथान बेलसंडी : 29.7

विभुतिपुर भुसवर : 29.07

शिवाजीनगर बल्लीपुर: 20.4


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.