भारत में विश्व का सर्वाधिक सशक्त लोकतंत्र : डॉ. सुरेश
विश्व का सर्वाधिक सशक्त लोकतंत्र भारत में है। उक्त बातें शिक्षाविद डॉ. सुरेश राय ने कही। वे गुरुवार को केएसआर कॉलेज सरायरंजन में आयोजित वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारतीय लोकतंत्र की दशा और दशा विषयक राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
समस्तीपुर । विश्व का सर्वाधिक सशक्त लोकतंत्र भारत में है। उक्त बातें शिक्षाविद डॉ. सुरेश राय ने कही। वे गुरुवार को केएसआर कॉलेज सरायरंजन में आयोजित वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारतीय लोकतंत्र की दशा और दशा विषयक राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इंग्लैंड सहित अन्य देशों में मात्र दो से तीन राजनीतिक दल होते हैं, जबकि भारतीय संसद में अभी साठ राजनीतिक दलों के द्वारा देश का प्रतिनिधित्व किया जा रहा है। भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतांत्रिक व्यवस्था की गुणवत्ता की विस्तार से चर्चा करते हुए संघर्ष को महत्वपूर्ण बताया। मुख्य अतिथि डॉ. जयप्रकाश शर्मा ने स्वतंत्रता के साथ अनुशासन के महत्व को सच्चे लोकतंत्र की पहचान बताई। कहा कि आज न्याय व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कठोर दंड व्यवस्था से ही लोकतंत्र की सुरक्षा हो सकती है। आपराधिक छवि वाले राजनेताओं को लोकतंत्र का सबसे बड़ा खतरा बताया। जीडी कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष देव नीति प्रसाद सिन्हा ने सभ्य समाज की पहचान लोकतंत्र को बताते हुए आरक्षण को लोकतंत्र की आत्मा के विरुद्ध बताया। लनामिविवि के राजनीति विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.रवींद्र चौधरी ने समानता को लोकतंत्र की सबसे बड़ी पहचान बताई। केएसआर कॉलेज सरायरंजन के राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार ठाकुर ने विषय प्रवेश कराया। डॉ.अवधेश कुमार झा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.अशोक कुमार ठाकुर, प्रो.रंजन कुमार राय, प्रो.अखिलेश कौशिक, एलएनएमयू के सीनेटर डॉ. विजय कुमार झा ने आगत अतिथियों को चादर माला एवं पाग पहनाकर सम्मानित किया। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. दुर्गाप्रसाद चौधरी ने की। संचालन डॉ. पीके राय ने किया।