Move to Jagran APP

संवैधानिक दायरे में ही संविधान बचाने की लड़ाई : कन्हैया

समस्तीपुर। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के नाम पर भाजपा देश को फिर बांटना चाहती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 12:28 AM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:11 AM (IST)
संवैधानिक दायरे में ही संविधान बचाने की लड़ाई : कन्हैया
संवैधानिक दायरे में ही संविधान बचाने की लड़ाई : कन्हैया

समस्तीपुर। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के नाम पर भाजपा देश को फिर बांटना चाहती है। जो काम अंग्रेजों ने देश को कमजोर करने के लिए किया, वही काम नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा कर रही। इसका हर मोर्चे पर विरोध करना चाहिए। हमें भी संवैधानिक दायरे में रहकर संविधान बचाने की लड़ाई लड़नी है। यह कहना है भाकपा नेता कन्हैया कुमार का। वे बुधवार को समस्तीपुर के जितवारपुर में एनआरसी को लेकर एनपीआर, एनआरसी, सीएए विरोधी मंच द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। हाउसिग बोर्ड के मैदान में हुई जन-गण-मन यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां धर्म रक्षा की हवा भी चुनाव के हिसाब से बहती है। पहले यह दिल्ली से शुरू हुआ, अब बिहार की ओर आ रहा। यहां के बाद धीरे-धीरे यह कोलकाता की ओर चली जाएगी। पर, यहां यह संभव नहीं है। यह राज्य समाजवादियों का है, साम्यवादियों का है आंदोलनकारियों का है। दोहरी नीति अपना रही भाजपा कन्हैया कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार मुंह में राम और बगल में नाथूराम लेकर घूमती है। भाजपा दोहरी राजनीति कर रही। युवाओं को दो करोड़ रोजगार की बात कही थी, उसे पूरा नहीं किया। 15 लाख देने की बात कही, उसे नहीं दिया। एनआरसी के नाम पर देश के नागरिकों को पहचान नहीं, बल्कि लोगों को परेशान करने की कोशिश है। आज गरीब, दलित, मजदूर और विस्थापित परिवारों के पास कोई पुराना सबूत नहीं है। राष्ट्रभक्ति की बात करनेवाली भाजपा बीएसएनएल को बेचने और रेलवे को निजी हाथ में सौंपने की तैयारी में है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधा। कहा कि कुछ अयोग्य लोग मंत्री बन गए हैं। हिदुस्तान बचाने की लड़ाई

loksabha election banner

आरएसएस प्रमुख की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके अनुसार शिक्षा ही सारे फसाद की जड़ है। शिक्षा के कारण तलाक की घटनाएं हो रहीं। अब समझिए उनकी मानसिकता को। वे नहीं चाहते कि आप शिक्षित हों। देश की अर्थव्यवस्था की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही। किसानों की आत्महत्या दर ने बेरोजगारी की दर को पीछे धकेल दिया। जब खेत में किसान तड़प रहा हो, सीमा पर जवान मर रहा हो लेकिन देश में हिदू और मुसलमान चल रहा हो तो समझ लेना चाहिए कि आज किस परिस्थिति से हम गुजर रहे। आखिरकार, हममें कौन सा गुण नहीं है जो गृहमंत्री के बेटे में है। किस आधार पर वह क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का सचिव बन गया। देश में अब चुनाव आत्मसम्मान के मुद्दे पर क्यों नहीं लड़ा जा रहा है? सभा की अध्यक्षता भाकपा के जिला मंत्री सुरेंद्र कुमार मुन्ना ने की। संचालन सुधीर कुमार देव ने किया। इसे कांग्रेस विधायक मो. शकील, जिलाध्यक्ष अबू तमीम, माकपा के अजय कुमार, रामाश्रय महतो, रालोसपा के अनंत कुशवाहा, माले के प्रो. उमेश कुमार आदि ने संबोधित किया। नाना का घर है यहां

समस्तीपुर : सभा में आए कन्हैया ने कहा कि चाहे जितने भी लाठी चलवा लो, चप्पल चलवा दो, मोबिल फेंकवा दो, हम डरने वाले नहीं हैं। यह भी जान लें कि यह धरती समाजवादियों की, साम्यावादियों की, क्रांतिकारियों की है। साथ में मेरे नाना की भी है। कहा कि दलसिंहसराय में मेरा ननिहाल भी है। सभा के अंत में युवाओं की मांग पर कन्हैया ने फिर से आजादी वाले नारे लगाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.