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कल से खुलेंगे कपाट, दर्शन देंगे भगवान

मंदिरों में फिर बजेगा घंटा बजेंगे शंख होगी आरती और लगेगा भोग। भक्त अपने इष्टदेव के दर्शन कर निहाल होंगे। लगभग ढाई महीने से प्रभु के दर्शन नहीं होने से आंखें तरस गई हैं। लेकिन यह घड़ी खत्म हो रही।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 11:41 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 11:41 PM (IST)
कल से खुलेंगे कपाट, दर्शन देंगे भगवान
कल से खुलेंगे कपाट, दर्शन देंगे भगवान

समस्तीपुर । मंदिरों में फिर बजेगा घंटा, बजेंगे शंख, होगी आरती और लगेगा भोग। भक्त अपने इष्टदेव के दर्शन कर निहाल होंगे। लगभग ढाई महीने से प्रभु के दर्शन नहीं होने से आंखें तरस गई हैं। लेकिन, यह घड़ी खत्म हो रही। 22 मार्च की सुबह विशेष पूजा-अर्चना के बाद मंदिरों के कपाट खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है। आठ जून को कुछ शर्तों और गाइडलाइन के बीच श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश की अनुमति होगी। 01. खुदनेश्वर धाम : सबसे पहले होगी कोरोना से मुक्ति की आराधना

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फोटो : 06एसएएम100 : खुदनेश्वर धाम, मोरवा।

मोरवा, संस : मोरवा के खुदनेश्वर धाम मंदिर जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में प्रखंड मुख्यालय के निकट है। सामाजिक सौहार्द एवं सांप्रदायिक एकता का अनुपम स्थल है। यहां एकसाथ शिवलिग एवं खुदनी बीबी की मजार पर हिदू रीति-रिवाज के अनुसार आस्था के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। जहां सालों भर भीड़ लगी रहती थी, वहां कोरोना काल में सन्नाटा पसरा रहा। मंदिर के आसपास की दुकानें बंद रहीं। प्रसाद, फूल, श्रृंगार आदि की दुकान चलानेवाले दुकानदार घरों में रहे। अब आठ तारीख से मंदिरों के कपाट खुल रहे। भक्त फिर अपने इष्टदेव के दर्शन कर पाएंगे। सरकार के निर्देश के तहत यहां भी मंदिर समिति सदस्यों द्वारा तैयारी शुरू की दी गई है।अध्यक्ष इंद्रदेव शर्मा के अनुसार, श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को नियंत्रित करना काफी कठिन कार्य है। इस स्थल से उनकी भावनाएं जुड़ी हैं। लेकिन, इस संक्रमण काल में हमें सबके स्वास्थ्य की चिता करनी है। इसके लिए समिति सदस्यों के सहयोग से हरसंभव सतर्कता बरती जा रही है। सबसे पहले तो श्रद्धालुओं की सीमित संख्या को ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके लिए प्रवेश द्वार पर सतर्कता बरती जाएगी। मंदिर समिति के मंदिर समिति के सदस्य मनोज कुमार झा व पुजारी चंदन भारती का कहना है कि आरती के दौरान भक्तों की संख्या भी सीमित रहेगी। फल-फूल और अन्य प्रसाद चढ़ाने को लेकर भी सरकारी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। मंदिर की पहली पूजा देश और समाज को कोरोना से मुक्ति के लिए होगी। 02. विद्यापतिधाम : थर्मल स्क्रीनिग व सैनिटाइजेशन के बाद होंगे विद्यापतिधाम उगना महादेव के दर्शन

फोटो : 06एसएएम101

विद्यापतिनगर, संस : ढाई महीने लंबे लॉकडाउन के बाद भक्त व भगवान की नगरी विद्यापतिधाम मंदिर आठ जून से भक्त श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। विद्यापतिधाम उगना महादेव की पूजा-अर्चना, जलाभिषेक व दर्शन करने के लिए भक्त-श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। मंदिर प्रबंधन समिति के मीडिया प्रभारी रत्न शंकर भारद्वाज गोस्वामी ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिग और सैनिटाइजेशन के बाद ही प्रवेश मिलेगा। बिना मास्क लगाए मंदिर में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

विद्यापति परिषद अध्यक्ष गणेश गिरि कवि ने कहा कि प्रशासनिक निर्देश मिलने पर शर्तों के साथ मंदिर खुलेगा। 10 श्रद्धालुओं को एक बार में प्रवेश दिया जाएगा। दो-दो मीटर पर मंदिर परिसर में गोले बनाए जाएंगे, जिसमें श्रद्धालु खड़े होंगे। मंदिर परिसर में नियमित रूप से पोछा लगाया जाएगा और हर चार घंटे पर सैनिटाइज किया जाएगा। मुख्य पुजारी अमरनाथ गिरि व कामेश्वर गिरि ने बताया कि 22 मार्च को दोपहर आरती करने के बाद से मंदिर के पट बंद हैं। उन्होंने कहा कि सुबह 4:30 बजे पट खुलेगा और दोपहर 12 बजे बंद हो जाएगा। वहीं, दोपहर 2:30 बजे पट खुलेगा तो संध्या 7:30 बजे बंद हो जाएगा। इसी बीच सुबह व शाम आरती भी होगी। बीडीओ प्रकृति नयनम का कहना है कि सरकार के निर्देशानुसार देवालयों को खोलने संबंधी घोषणा की गई है। इस दिशा में वरीय अधिकारियों से दिशा-निर्देश प्राप्त किया जा रहा है। 03. मन्नीपुर मंदिर, वारिसनगर : सैनिटाइजर मशीन से गुजरकर दर्शन को पहुंचेंगे भक्त

फोटो : 06एसएएम102

वारिसनगर, संस : सिद्धहस्त मन्नीपुर भगवती स्थान मंदिर में कपाल खोलने की तैयारी की जा रही। प्रभारी पुजारी विपिन कुमार झा बताते हैं कि लॉकडाउन में मात्र पुजारीजी द्वारा ही मां की पूजा की जाती रही। फिलवक्त लॉकडाउन समाप्त होने के बाद मंदिर की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा। मंदिर बिहार राज्य धाíमक न्यास परिषद द्वारा संचालित है तथा इसके सफल संचालन के लिए एक कमेटी गठित है। इसके पदेन अध्यक्ष अंचलाधिकारी, सदस्य मथुरापुर ओपी प्रभारी सहित कुछ स्थानीय प्रबुद्ध लोग हैं। पुजारीजी का कहना है कि कमेटी सदस्य चंदेश्वर राय, प्रिस कुमार, प्रह्लाद सिंह, प्रदीप पासवान, कमल पासवान सहित अन्य सहयोगी मंदिर के ऑफिस सचिव राकेश कुमार सिंह, सुधीर सिंह, विश्वनाथ सिंह, पवन सिंह तथा रंजीत कुमार सिंह ने बैठक कर आठ जून को मंदिर का पट खुलने के बाद कुछ दिशा-निर्देश बनाया है। इसके अनुपालन के लिए दूरी बनाकर गोला बनाया जाएगा। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर मशीन लगी रहेगी। भक्त मास्क पहनकर प्रवेश करेंगे व गोला के अंदर रहते हुए अंदर जांएगे। उन्हें स्वयं प्रसाद लेकर माता के चरणों में अíपत कर फिर उठा लेना है। किसी भी भक्त को पुजारी द्वारा टीका नहीं लगाया जाएगा। 04. थानेश्वर मंदिर, समस्तीपुर : एक बार में 10 लोगों के प्रवेश की अनुमति

फोटो : 06एसएएम103

जासं, समस्तीपुर : अनलॉक टू में धर्मस्थलों के कपाट खुलेंगे। इसको लेकर पूजास्थलों पर जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। परिसर के अंदर बैरिकैडिग व घेरा बनाया जा रहा है। ताकि, शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर सकें। शहर के थानेश्वर स्थान महादेव मंदिर परिसर के मुख्य द्वार पर बैरिकैडिग लगाई गई है। ताकि, श्रद्धालु एक-एक कर मंदिर अंदर प्रवेश कर सकें। मंदिर के मुख्य पुरोहित उमा पंडा ने बताया कि मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। श्रद्धालुओं को अंदर पोस्टर के माध्यम से जागरूक किया जाएगा, ताकि शारीरिक दूरी का पालन कर सकें। चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। एक बार में 10 लोग ही बैठकर पूजा कर सकते हैं। श्रद्धालुओं के बैठने के लिए स्थान निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के अंदर सुरक्षा और सर्तकता का विशेष ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मांगलिक कार्य स्थगित हैं। 15 जून तक मांगलिक कार्य का शुभ मुहूर्त है। मंदिर परिसर में शादी-ब्याह के अवसर पर 10 लोगों को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी।


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