सभी के सहयोग से ही होगा टीबी उन्मूलन : सीएस
समस्तीपुर। स्थानीय सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में सोमवार को विश्व यक्ष्मा दिवस को लेकर समारोह का आयोजन हुआ।
समस्तीपुर। स्थानीय सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में सोमवार को विश्व यक्ष्मा दिवस को लेकर समारोह का आयोजन हुआ। समारोह का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्रा और संचारी एवं यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. श्रीराम प्रसाद ने किया। सीएस ने कहा कि 24 मार्च 1882 ई में डॉ. राबर्ट कोच ने माइक्रो बैक्ट्रीयम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु की खोज की थी। उसी समय से विश्व भर में 24 मार्च को विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया जाता है। कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रकाशित गजट के अनुसार निजी चिकित्सकों को टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक टीबी को उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा गया है। यह तभी संभव है जब सभी का भरपूर सहयोग प्राप्त हो सकेगा। साथ ही टीबी के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर जिला यक्ष्मा केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बीके सिंह, डाटा एंट्री ऑपरेटर कृष्ण बली कुमार, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक हरेराम यादव, वरीय यक्ष्मा प्रयोगशाला पर्यवेक्षक मनोज पासवान, डॉट्स प्लस पर्यवेक्षक ज्योति कुमार, लिपिक राजेश कुमार रंजन, प्रयोगशाला प्रावैधिकी अजय कुमार, गजेंद्र कुमार सिंह, राम सागर महतो, सहित अन्य कर्मचारी सम्मिलित हुए। टीबी मुक्त संकल्प के साथ निकली जागरूकता रैली
कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिला यक्ष्मा परिसर से टीबी मुक्त के संकल्प के साथ जागरूकता रैली निकली। रैली को सिविल सर्जन और संचारी एवं यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ममता एचआइएमसी के जिला समन्वयक ईरोम गुणचंद्र सिंह, आशा सेवा संस्थान के सचिव अमित कुमार वर्मा, अनुपम कुमार, संजय कुमार बबलू, महेश ठाकुर के सहयोग से टीबी मुक्त के संकल्प के साथ शहर में शांतिपूर्ण यक्ष्मा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली सदर अस्पताल से निकल कर गोलंबर, समाहरणालय होते हुए सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंच कर कार्यशाला में तब्दील हुई। रैली में समस्तीपुर ने ठाना है - टीबी दूर भगाना है, पूरा कोर्स पक्का इलाज, विश्वसनीय है डॉट्स से इलाज, टीबी हारेगा - देश जीतेगा, स्वस्थ बिहार की क्या पहचान, टीबी को जाने हर इंसान सहित अन्य नारे लगाए गए।