2020 में ही सहरसा से जयनगर तक दौड़ेगी ट्रेन
शुक्रवार को दोपहर बाद रुसेरा घाट स्टेशन पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी ने संपूर्ण परिसर का निरीक्षण किया।
समस्तीपुर। शुक्रवार को दोपहर बाद रुसेरा घाट स्टेशन पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एलसी त्रिवेदी ने संपूर्ण परिसर का निरीक्षण किया। मुख्य रूप से उन्होंने रेल प्लेटफॉर्म, विश्रामालय, टिकट काउंटर आदि का जायजा लेते हुए पार्किंग की व्यवस्था को बेहतर करने का निर्देश दिया। करीब 23 मिनट तक स्टेशन पर रुके जीएम ने समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड का वार्षिक निरीक्षण बताते हुए लगातार रेलवे का विकास जारी रहने की बात कही। उन्होंने इस रेलखंड पर विद्युतीकरण की चर्चा करते हुए कहा कि इसी वर्ष में सहरसा से जयनगर तक ट्रेनें चलाई जाएंगी। सहरसा से रायगढ़ तथा सकरी से झंझारपुर तक कार्य पूरा हो गया है। कहा कि रेल पुल पर भी एक ओर से ट्रायल किया जा चुका है। इस दौरान डीआरएम अशोक माहेश्वरी एवं कमांडेंट अंशुमान त्रिपाठी तथा विभिन्न विभागीय पदाधिकारी के अलावा स्थानीय स्टेशन अधीक्षक सुमित कुमार, वाणिज्य अधीक्षक सोहन राम समेत सभी कर्मी मौजूद थे। जीएम ने एसएस को सौंपा प्रशस्ति पत्र रुसेरा घाट स्टेशन पहुंचे महाप्रबंधक ने स्टेशन की व्यवस्था से संतुष्ट होकर स्थानीय स्टेशन अधीक्षक को प्रशस्ति पत्र सौंपा। उनके बेहतर कार्य के लिए उन्होंने उक्त पत्र देकर उत्साहित किया। वही एसआइएम संजय कुमार को भी जीएम ने प्रशस्ति पत्र से नवाजा। मौके पर सभी विभागीय पदाधिकारी समेत सेवानिवृत्त एसएस मुरली मनोहर जोशी तथा जेडआरसीसी सदस्य हरेराम चौधरी आदि भी मौजूद थे। फ्लाईओवर निर्माण तथा दुकानदारों की बंदोबस्ती की उठी मांग विभिन्न संगठनों एवं स्थानीय गरीब दुकानदारों द्वारा रेल महाप्रबंधक को अलग-अलग ज्ञापन सौंपा। क्षेत्रीय संघर्ष मोर्चा के विकास प्रियदर्शी एवं सुंदरम सूर्यवंशी द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में प्लेटफॉर्म ऊंचीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य में अनियमितता की जांच कराने एवं प्लेटफार्म संख्या दो पर अतिरिक्त टिकट काउंटर की व्यवस्था तथा स्टेशन परिसर की भूमियों को उजाड़े गए गरीब दुकानदारों के बीच आवंटित करने की मांग की गई है। जबकि मौके पर सैकड़ों लोगों ने एक स्वर से गुमटी संख्या 17(ए) पर फ्लाईओवर निर्माण की मांग बुलंदी से रखा। जबकि जीएम के आने की खबर सुन वार्ड पार्षद अरुण कुमार की अगुवाई में पहुंचे अतिक्रमण के तहत हटाए गए दुकानदारों ने भी भुखमरी की स्थिति बताते हुए दुकान लगाने की अनुमति देने की मांग की।