किसानों के निराश चेहरे पर लौटी मुस्कान
..और आखिरकार खुल गया कोलहटा स्थित स्लूस गेट का फाटक। शनिवार की सुबह बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के समक्ष कर्मी द्वारा फाटक खुलते ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई।
समस्तीपुर । ..और आखिरकार खुल गया कोलहटा स्थित स्लूस गेट का फाटक। शनिवार की सुबह बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के समक्ष कर्मी द्वारा फाटक खुलते ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। करेह नदी का पानी खेत की ओर आते देख आगामी फसल व उपज के प्रति आश्वस्त दिख रहे किसान प्रशासनिक और विभागीय पदाधिकारी को साधुवाद दे रहे थे। मौके पर समिति के सदस्य भी मौजूद थे। बताते चलें कि करेह नदी के हायाघाट कराची तटबंध पर कोलहटा के निकट स्लूस गेट खोलने को लेकर भिरहा के ग्रामीणों में आपसी सहमति नहीं बन पाई थी। गन्ना किसान की शिकायत पर हसनपुर चीनी मिल प्रबंधन द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी। जिसमें फाटक खुलने से गन्ने की फसल के नुकसान होने की संभावना जताई गई थी। जबकि अधिकांश ग्रामीण फाटक खुलवाने के पक्षधर थे। पूर्व में रोसड़ा एवं शिवाजीनगर प्रखंड प्रमुख समेत कई जनप्रतिनिधियों ने भी क्षेत्र में पानी की गंभीर समस्या बताते हुए फाटक खुलवाने की मांग जिलाधिकारी से की थी। जिसके आलोक में जिलाधिकारी द्वारा मांगे गए जांच प्रतिवेदन में एसडीओ व डीएओ ने महिसर चौर की दो हजार एकड़ परती जमीन को पानी की आवश्यकता बताते हुए नियंत्रित ढंग से फाटक खुलवाने की अनुशंसा की थी। जिससे खेतों में लगी गन्ने की फसल आदि का नुकसान भी नहीं हो सके। तत्पश्चात अनुमंडलाधिकारी अमन कुमार सुमन व विभागीय अभियंता के समक्ष गांव के दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति के पश्चात फाटक खोलने का निर्णय लिया गया। उक्त आलोक में शनिवार की सुबह विभागीय अभियंताओं द्वारा फाटक खोल दिया गया।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप