सड़कों पर सन्नाटा, चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात
लॉकडाउन के पांचवें दिन भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात रही। हर कोई महामारी से बचने के लिए नियमों का पालन कर रहा है।
समस्तीपुर । लॉकडाउन के पांचवें दिन भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात रही। हर कोई महामारी से बचने के लिए नियमों का पालन कर रहा है। दिन- प्रतिदिन संक्रमित लोगों के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसको लेकर लोग लॉकडाउन का पालक करते हुए अपने घरों पर ही समय बिता रहे हैं। नौकरी पेशा करने वाले लोगों को परिवार के साथ रहने का भरपूर मौका मिल रहा है। जिससे बड़े बुजुर्ग भी बच्चों के साथ खेल रहे हैं। जिससे घर की खुशियां गुलजार हो रही है। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो घर से दूर रहकर दैनिक मजदूरी कर रहे थे। लॉकडाउन के बाद अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं। जिला प्रशासन व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा दूसरे स्थान से पलायन कर रहे लोगों के लिए सुविधा मुहैया कराया जा रहा है।
रविवार को सुबह से ही कर्फ्यू जैसा माहौल रहा। दुकान व व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कें सूनी रहीं। ट्रेन बंद हैं। कुछ सेवाएं ऐसी है, जो चल रही है। जिसे सही से संचालित करने के लिए पुलिस दिन रात गश्त लगा रही है। लॉकडाउन का पालन करवाने के साथ ही मुसीबत में फंसे लोगों की मदद भी की जा रही है। कोरोना वायरस कहर से बचने के लिए जनता कर्फ्यू के बाद से ही लॉकडाउन कर दिया गया है, जो लगातार 21 दिन तक चलेगा। एहतियातन लोग घरों में रहना पसंद कर कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सुबह 6 से शाम 6 बजे तक लोगों को जरुरत को खाने पीने व मेडिकल के सामान खरीदने की छूट दी गई है। इस दौरान एक दूसरे के बीच फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखने और सर्तकता बरतने का निर्देश है। भीड़ वाले इलाकों में पसरा सन्नाटा
बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी सन्नाटा पसरा है। सड़क पर वाहनों का आवागमन न के बराबर दिखा। बैंक व एटीएम खुला है, लेकिन ग्राहकों की संख्या नगण्य दिखी। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, अर्धसरकारी उपक्रम, स्वायत्तशासी संस्थाएं, दुकान, मॉल, वर्कशॉप, गोदाम बंद रहे। सार्वजनिक परिवहन, निजी बसें, टैक्सी, ऑटो रिक्शा आदि के परिचालन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। सरकारी कार्यालय में भी बिना अनुमति लोगों का प्रवेश वर्जित है। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन और प्रखंड स्तर के पदाधिकारी व कर्मी अपने- अपने स्तर से कार्य में लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी दिनरात सेवा में लगी हुई है। पुलिस कर्मी भी अलर्ट मोड पर हैं। जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। बाजार पर अफसरों की नजर, ओवररेट पर होगी कार्रवाई
लॉकडाउन के बाद बाजार की गतिविधियों पर प्रशासन की नजर है। बाजार में किराना स्टोर, दूध, सब्जी, फल और दवा को छोड़कर सभी तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। प्रशासन ने दैनिक जरुरत की चीजों की दुकानें खुलने की छूट दी है। इसका फायदा उठाकर कई दुकानदारों द्वारा ओवर रेटिग कर सामाने की शिकायत मिल रही है। सब्जियों के भाव भी बढ़ गए। जिला आपूर्ति पदाधिकारी सोमनाथ सिंह ने बताया कि सभी दुकानदारों को अपने दुकान का स्टॉक एवं सामान का दर दुकान में प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है। वहीं जिले के छह दुकानदारों को होम डिलीवरी के लिए छह दुकानों को अनुमति दी गई है। माइकिग कराकर लोगों को किया जा रहा जागरूक
कोरोना वायरस एक वायरल संक्रमण है, जो संक्रमित व्यक्ति से सीधे या अप्रत्यक्ष तरीके से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकता है। इस श्रृंखला को तोड़ने के लिए एक दूसरे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें। स्वच्छता और सतर्कता बरतें। गरम पानी पीएं, हाथ साबुन से धोएं। एक जगह पर एकत्रित न हो। धूप में रहने का प्रयास करें। लॉकडाउन का पालक करें। अगर, आपके मोहल्ले, टोले, गांव अथवा कस्बे में वैसा किसी भी व्यक्ति जो पिछले 15 दिनों में दूसरे राज्य से या विदेश से आए हों और उसमें कोरोना के लक्षण मौजूद हों या नहीं, उसकी सूचना जिला प्रशासन द्वारा बनाए नियंत्रण कक्ष को दें। जिला प्रशासन द्वारा माइकिग कराकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।