आश्रयविहीन को मिलेगा ठौर, चैन से कटेगी रात
देर से ही सही शहर में आश्रय विहीन लोगों को ठंड से बचाने के लिए ठौर बनकर लगभग तैयार है। कर्पूरी बस पड़ाव में बन रहे रैन बसेरे का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुछ अंदर का काम चल रहा। हालांकि बेघरों को आश्रय देने का काम शुरू कर दिया गया है।
समस्तीपुर । देर से ही सही शहर में आश्रय विहीन लोगों को ठंड से बचाने के लिए ठौर बनकर लगभग तैयार है। कर्पूरी बस पड़ाव में बन रहे रैन बसेरे का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुछ अंदर का काम चल रहा। हालांकि, बेघरों को आश्रय देने का काम शुरू कर दिया गया है। तीन मंजिले भवन में महिलाओं और पुरुषों के ठहरने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही। रैन बसेरा नगर परिषद की देखरेख में संचालित होगा।
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नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा इसका निर्माण कराया जा रहा। यह रैन बसेरा तीन तल्ले में है। इसमें 50 बेड की सुविधा है। सामान रखने के लिए रैक की व्यवस्था भी है।
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इनसेट-1
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यहां मिलनेवाली सुविधाएं
-24 घंटे ठहरने की व्यवस्था
-बिस्तर, पंखा, पेयजल, शौचालय आदि
-भोजन-सुरक्षा प्रहरी
-मनोरंजन
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इनसेट-2
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स्वास्थ्य का भी रखा जाएगा ख्याल
यहां मासिक स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से ठहरनेवाले लोगों की जांच की जाएगी। ठंड के मौसम में होनेवाली सामान्य बीमारियों की जांच की व्यवस्था होगी।
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रैन बसेरा के निर्माण में 30 लाख से अधिक का खर्च किया जा रहा। इमारत के सामने बड़ा बरामद भी बनाया गया है। सभी कमरे हवादार हैं।
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वर्जन
नगर प्रशासन आश्रयविहीन लोगों को आश्रय देने की कोशिश की जा रही। यहां उन्हें जरूरत की सारी सुविधाएं प्राप्त होंगी। कुछ काम अभी बाकी है। जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
राजेश कुमार झा, नगर प्रबंधक