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आपसी वर्चस्व में हुई थी शमशेर की हत्या, आठ लाख रुपये के लेनदेन का चल रहा था विवाद

सदर अनुमंडल क्षेत्र के चकमेहसी गांव निवासी मो. इस्लाम के पुत्र 21 वर्षीय शमशेर उर्फ हैप्पी की अपहरण कर हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर हत्याकांड के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 11:52 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 11:52 PM (IST)
आपसी वर्चस्व में हुई थी शमशेर की हत्या, आठ लाख रुपये के लेनदेन का चल रहा था विवाद
आपसी वर्चस्व में हुई थी शमशेर की हत्या, आठ लाख रुपये के लेनदेन का चल रहा था विवाद

समस्तीपुर । सदर अनुमंडल क्षेत्र के चकमेहसी गांव निवासी मो. इस्लाम के पुत्र 21 वर्षीय शमशेर उर्फ हैप्पी की अपहरण कर हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर हत्याकांड के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान कल्याणपुर थाना क्षेत्र के जटमलपुर निवासी आशुतोष कुमार चंदन के पुत्र उज्ज्वल उर्फ शानु के रुप में हुई है। गुरुवार को मुफस्सिल थाना परिसर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए एसपी विकास बर्मन ने मामले का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि आपसी वर्चस्व की लड़ाई में शमशेर की हत्या की गई। जिन लोगों ने शमशेर की हत्या की थी, दूसरे पक्ष से उसका आठ लाख रुपये बकाया लेने देन का विवाद चल रहा था। दूसरे पक्ष के लोग इस रकम को देना नहीं चाह रहे थे। इसके एवज में एक पक्ष के चकमेहसी निवासी संजय चौधरी के पुत्र प्रभात चौधरी और उसके सहयोगियों ने 30 दिसंबर को शमशेर समेत तीन व्यक्तियों के साथ मारपीट की। इस क्रम में शमशेर की गोली मारकर हत्या की दी। साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपितों ने शव को ले जाकर मधुबनी जिला के खुटौना थाना अंतर्गत छर्रापट्टी नहर में फेंक दिया। मधुबनी जिला के स्थानीय पुलिस ने 31 दिसंबर को ही उसका शव बरामद किया। दो दिन बाद मृतक के स्वजनों को इसकी जानकारी मिली। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्याकांड में चकमेहसी के संजय चौधरी के पुत्र प्रभात चौधरी समेत छह आरोपित संलिप्त हैं। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपित उज्जवल उर्फ शानू ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। बताया कि घटना को अंजाम देकर मुख्य आरोपित के साथ देवघर गए। वहां कुछ दिन रहने के बाद प्रभात चौधरी दिल्ली भाग निकला। जबकि, वह अपने घर लौट आया। इधर, सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी तकनीकि अनुसंधान के मदद से लगातार संभावित ठिकानों में छापेमारी कर रही थी। इस क्रम में एक आरोपित पकड़ा गया। एसपी ने बताया कि अन्य आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि वर्ष 2020 के 30 दिसंबर को मृतक के पिता शमशेर ने चकमेहसी थाना में एक आवेदन देकर पुत्र के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें मुख्य आरोपित प्रभात चौधरी को नामजद किया था। छापेमारी दल में सदर अंचल पुलिस निरीक्षक ब्रजेश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्य, चकमेहसी थानाध्यक्ष खुशबुद्दीन, कल्याणपुर थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह, डीआइयू प्रभारी परमानंदलाल कर्ण समेत सशस्त्र बल के जवान मौजूद रहे।

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मृतक शमशेर का रहा है आपराधिक इतिहास

पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक शमशेर और मुख्य आरोपित प्रभात चौधरी का आपराधिक इतिहास रहा है। हाल ही में शमशेर चकमेसी थानाकांड संख्या 83/20 आ‌र्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका था। इसके अलावे थानाकांड संख्या 64/20 मारपीट व फायरिग मामले में आरोपित रह चुका है। वहीं मुख्य आरोपित प्रभात चौधरी पूर्व में भी शराबकांड के एक मामले में जेल जा चुका है।


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