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पानी में डूबा स्कूल, बच्चों की बेंच बन गई पुल

समस्तीपुर कोरोना के चलते लंबे समय तक स्कूल-कॉलेज बंद रहे। करीब छह माह बाद सोमवार से

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 12:18 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 12:18 AM (IST)
पानी में डूबा स्कूल, बच्चों की बेंच बन गई पुल
पानी में डूबा स्कूल, बच्चों की बेंच बन गई पुल

समस्तीपुर : कोरोना के चलते लंबे समय तक स्कूल-कॉलेज बंद रहे। करीब छह माह बाद सोमवार से नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं आधी-अधूरी तैयारी के बीच शुरू हो रही हैं। इसके लिए सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। स्कूल तो खुल गए हैं।बच्चों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है लेकिन दिक्कत यह कि स्कूल तो पानी में डूबा है। परिसर में पानी भरा हुआ है। क्लास के साथ-साथ प्राचार्य कक्ष में भी पानी भरा हुआ है। बच्चे पढ़ेंगे कैसे ? जिस बेंच पर बच्चे अपनी किताबें-कॉपियां रखकर पढ़ते थे, वो अब पुल बने हुए हैं। उनके सहारे बच्चे और टीचर पानी से डूबे हुए परिसर को पार कर रहे हैं।

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शहर के तिरहुत अकादमी स्कूल में चारों तरफ से पानी भर गया है। नौवीं से 12वीं के बच्चों की क्लास नहीं हो पाई क्योंकि उनकी क्लास में भी पानी भर गया है। बच्चे कैसे उन बेंच पर बैठकर पढ़ेंगे जो पानी की वजह से बेतरतीब हो गए हैं। कई बेंच तो स्कूल परिसर में पानी से डूबी जगहों को पार करने के लिए लगाए गए हैं। बीते दिनों हुई बारिश की वजह से स्कूल परिसर और क्लास रूम में जलजमाव की वजह से पढ़ाई नहीं हो सकी। तिरहुत अकादमी स्कूल आदर्श परीक्षा केंद्र के तौर पर भी जाना जाता है। क्लास रूम से लेकर प्राचार्य कक्ष तक लगा पानी तिरहुत अकादमी स्कूल की सूरत पिछले दिनों हुई जबरदस्त बारिश ने बिगाड़ के रख दी है। तस्वीरों में देख सकते है कि किस तरह से स्कूल खुलने के बाद छात्र और शिक्षा विभाग के अधिकारी पानी के बीच लगे बेंच के सहारे स्कूल में दाखिल हो रहे है।इतना ही नहीं प्राचार्य के कार्यालय में भी पानी लगा हुआ है। वे दूसरे रूम में बैठकर कार्यों का निपटारा करने में लगे हैं। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बाद सोमवार को खुलते ही कम ही संख्या में लेकिन छात्र पहुंचे तो जरूर लेकिन उन छात्रों को स्कूल पहुंचते ही निराशा ही हाथ लगी। छात्रों ने बताया कि इतने दिनों के बाद स्कूल तो आया लेकिन क्लास रूम में पानी लगने की वजह से पढ़ाई नही हो सकी। प्राचार्य ने भी माना कि कुछ छात्र तो आए लेकिन क्लास रूम में पानी लगे होने की वजह से उनके वर्ग का संचालन करवा पाना संभव नही है। जल्द से जल्द पानी निकासी का होगा इंतजाम जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने बताया कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को खोलने से पहले सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड का शत-प्रतिशत पालन करना होगा। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए लगातार विद्यालयों की मॉनीटरिग की जाएगी। जल्द से जल्द स्कूल से पानी खत्म हो जाएगा। उसके बाद हमारी शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चलने लगेगी। क्लास रूम में पानी बारिश की वजह से लग गया था। धीरे-धीरे सूख रहा है। उसकी सफाई कराई जा रही है। गोल्फ फील्ड रेलवे कॉलोनी उच्च माध्यमिक विद्यालय में सोमवार पठन-पाठन की गतिविधियां शुरू हुई। प्रथम दिन छात्र-छात्राओं, शिक्षक एवं कर्मचारियों के परिचय सत्र का आयोजन किया गया। प्रधानाध्यापक शाह जफर इमाम ने छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने के क्रम में अपने अपने माता-पिता या अभिभावक से लिखित अनुमति प्राप्त करने एवं मास्क पहन कर विद्यालय परिसर में प्रवेश करने का निर्देश दिया। विद्यालय में अधिकतम 30 फीसद छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही आने संबंधी जानकारी दी गई। इसके लिए वर्गवार रोस्टर तैयार कर छात्र-छात्राओं को सूचित कर दिया गया। साथ ही साथ उन्हें यह भी निर्देशित किया गया कि यथासंभव वे अपने साथ सैनिटाइजर एवं रुमाल लेते आएंगे। इस सत्र में विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों ने विद्यालय के अनुशासन एवं पठन-पाठन से संबंधित आवश्यक जानकारी छात्र छात्राओं को दी। परिचय सत्र को शिक्षक बलवंत प्रसाद, कपिल देव मिश्र, संगीता कुमारी, सीमा कुमारी, बाल्मीकि कुमार, प्रीति कुमारी, अरविद कुमार, डॉक्टर अब्दुल कादिर, डॉ. कुमारी बबीता रानी, रागिनी कुमारी, ललित कुमार, पूजा शर्मा, दीपक कुमार रजक, यशवंत कुमार, सुनील कुमार आदि ने संबोधित किया।


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