‘कवच’ से लैस होगा समस्तीपुर मंडल, 2200 किमी रेलखंड पर रेल दुर्घटनाएं होंगी शून्य
समस्तीपुर रेल मंडल अब आधुनिक 'कवच' प्रणाली से लैस होगा, जिससे 2200 किमी रेलखंड पर दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाएगी। रेलवे ने इस परियोजना को 'सब-अम्ब् ...और पढ़ें

समस्तीपुर रेल मंडल
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। भारतीय रेल यात्रियों की सुरक्षा में एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए समस्तीपुर रेल मंडल के कई रूट अब आधुनिक ‘कवच’ ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम से लैस किए जाएंगे।
पहले चरण में यह योजना केवल समस्तीपुर–बछवारा–बरौनी रेलखंड तक सीमित थी, लेकिन हाल ही में रेलवे ने इस पूरी परियोजना को विस्तार देते हुए इसे ‘सब-अम्ब्रेला वर्क’ के तहत पूर्व मध्य रेलवे के व्यापक क्षेत्रों में लागू करने की मंजूरी प्रदान कर दी है।
सब-अम्ब्रेला वर्क के तहत 2200 रूट किमी में लागू होगी प्रणाली
रेलवे की इस महत्वाकांक्षी योजना में पूर्व मध्य रेलवे के कुल 2200 रूट किलोमीटर को कवच प्रणाली से जोड़ने का प्रस्ताव है। इसके लिए 960.66 करोड़ रुपये की लागत स्वीकृत की गई है।
समस्तीपुर रेल मंडल भी इस विस्तृत परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, जिससे यहां के प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों की सुरक्षा और समयबद्धता में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है।
अम्ब्रेला वर्क की कुल लागत 27,693 करोड़ रुपये
रेलवे ने अम्ब्रेला वर्क 2024-25 के तहत देशभर में कवच प्रणाली के विस्तार के लिए 27,693 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इसके अंतर्गत पूर्व मध्य रेलवे के लिए अलग से 1,822 करोड़ रुपये की लागत से सब-अम्ब्रेला वर्क को मंजूरी मिली है, जिसमें कई महत्वपूर्ण रेलखंड शामिल हैं।
क्या है कवच प्रणाली और क्यों है महत्वपूर्ण
कवच एक अत्याधुनिक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन प्रणाली है जो ट्रेन संचालन में मानवीय त्रुटि को न्यूनतम करती है। यह ट्रेन को ओवरस्पीड होने से रोकती है, टक्कर की स्थिति में स्वचालित ब्रेक लगाती है और सिग्नल पास करने की गलतियों को भी रोकती है।
समस्तीपुर सहित पूर्व मध्य रेलवे में कवच की स्थापना होने से रेल दुर्घटनाओं की संभावना बेहद कम होगी। विभिन्न ट्रेनों का संचालन और अधिक सुरक्षित व विश्वसनीय होगा। रूटों पर ट्रेनों की समय पालन दर में सुधार आएगा
समस्तीपुर मंडल को मिलेगा बड़ा लाभ
पूर्व मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण मंडलों में से एक समस्तीपुर मंडल आने वाले समय में कवच प्रणाली से पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा। यहां से गुजरने वाली प्रमुख ट्रेनों और व्यस्त मार्गों पर सुरक्षा का स्तर कई गुना बढ़ जाएगा, जिससे यात्रियों को एक सुरक्षित और आधुनिक रेल यात्रा का अनुभव मिलेगा।
भारतीय रेल के शेष रूट पर कवच प्रणाली लगाने की प्रक्रिया को अंतिम मंजूरी मिल गई है। वर्क्स, मशीनरी एवं रोलिंग स्टाक प्रोग्राम 2024-25 के अंतर्गत इस परियोजना को शामिल किया गया है। सुरक्षा बढ़ाने वाली यह तकनीक आने वाले वर्षों में रेलवे संचालन को पूरी तरह बदल देगी।- सरस्वती चंद्र, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

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