आरपीएफ पर रेल संपत्ति व यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा : डीआरएम
समस्तीपुर रेल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मंगलवार को अपना स्थापना दिवस रे¨जग डे के रूप में मनाया।
समस्तीपुर। समस्तीपुर रेल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मंगलवार को अपना स्थापना दिवस रे¨जग डे के रूप में मनाया। इस अवसर पर आरपीएफ बैरक ग्राउंड में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि मंडल रेल प्रबंधक रविन्द्र कुमार जैन ने परेड की सलामी ली। परेड का नेतृत्व कमांडर एलपी साह ने किया। वहीं प्लाटून कमांडर तनवीर अहमद और पीके झा रहे। मंडल रेल प्रबंधक ने अपने संबोधन में कहा कि रेलवे सुरक्षा बल का इतिहास बहुत प्राचीन और गौरवशाली रहा है। आरपीएफ के कंधों पर ही रेल संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा का पूरा जिम्मा दिया गया है। उन्होंने आरपीएफ से यात्रियों के साथ यात्रा के दौरान मित्रवत व्यवहार करने को कहा। डीआरएम ने आरपीएफ की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में रेलवे सुरक्षा बल स्कॉट करती है। मंडल सुरक्षा आयुक्त अंशुमान राम त्रिपाठी ने कहा कि 13 जनवरी 1956 को रेलवे सिक्युरिटी फोर्स का नाम बदल कर रेलवे सुरक्षा बल रखा गया था। 20 सितंबर 1985 को रेल संपत्ति की सुरक्षा और बचाव करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल को संघ के सशस्त्र बल का दर्जा प्रदान किया गया। इस उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 20 से 26 सितंबर तक रेलवे सुरक्षा बल स्थापना दिवस सप्ताह मनाया जाता है। रेलवे सुरक्षा बल देश का एकमात्र ऐसा सशस्त्र बल है, जिसे अपराधी को गिरफ्तार करने, मुकदमा रजिस्टर करने, उसकी जांच करने तथा अभियोजन करने का अधिकार प्राप्त है। मौके पर असिस्टेंट कमांडेंट अजीत कुमार शाही, आरपीएफ इंस्पेक्टर आलम अंसारी, इंस्पेक्टर सुशील कुमार, अशोक कुमार, बीपी मंडल, सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, चंदन कुमार ¨सह आदि उपस्थित रहे।