महोत्सव में श्रीकृष्ण के जीवन से पूछे गए प्रश्न
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव समारोहपूर्वक मनाया गया।
समस्तीपुर । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव समारोहपूर्वक मनाया गया। श्रीकृष्ण की चैतन्य झांकी का अनावरण समाजसेवी रामगोपाल सुरेका ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृष्ण भाई ने कहा श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्रधारी स्वरूप बहुत ही आकर्षक और ज्ञानवर्द्धक है। आज जब हम चारों ओर आसुरी शक्तियों अर्थात नकारात्मक विचारों से घिरे हुए हैं तो इनसे मुक्ति के लिए हमें भी श्रीकृष्ण समान स्वदर्शन चक्रधारी बन कर एक और समाज का कल्याण करना चाहिए। स्वदर्शन चक्र ज्ञान का दिव्य शस्त्र है। मन में शुभ विचार, श्रेष्ठ विचार और अपने श्रेष्ठ आत्म स्वरूप का बार-बार ¨चतन करना, दर्शन करना ही स्वदर्शन चक्र फिराना है। जिससे हमारे मन में सकारात्मक और शक्तिशाली विचारों को ऊर्जा पैदा होती है। आसुरी शक्तियों का नारा हो जाता है। ब्रह्माकुमारी सविता बहन ने पूरे जिले से आए हुए भाई-बहनों का स्वागत किया। इसमें श्रीकृष्ण प्रश्नमंच का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम पुरस्कार विजय कुमार ¨सह, द्वितीय पुरस्कार चंद्रलेखा सुरेका, सोनी प्रिया, कन्हैया भाई और तृतीय पुरस्कार अशोक भाई व वरुण भाई को दिया गया। मौके पर रमेश चांदना, सतीश चांदना, डॉ. दशरथ तिवारी, शिव कुमार अग्रवाल, कृष्ण मुरारी बगड़िया आदि उपस्थित रहे।