मोबाइल एप से शिकायत करेंगे रेलकर्मी, निर्धारित अवधि में होगा समस्या का समाधान
अब रेलकर्मी आवास मरम्मत की शिकायत मोबाइल एप से करेंगे और निर्धारित अवधि के अंदर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
समस्तीपुर । अब रेलकर्मी आवास मरम्मत की शिकायत मोबाइल एप से करेंगे और निर्धारित अवधि के अंदर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। कर्मचारियों की संतुष्ट होने के बाद ही संबंधित को भुगतान किया जाएगा। सिस्टम में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक र¨वद्र कुमार जैन ने एप विकसित करने को लेकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसे गूगल के माध्यम से बड़ी आसानी से कोई भी रेलकर्मी अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकता है। इस एप से कोई भी रेल अधिकारी और कर्मचारी अपने सरकारी आवास की समस्या दर्ज करा सकते हैं। समस्या दर्ज होते ही शिकायतकर्ता के मोबाइल पर एक एसएमएस आएगा। समस्तीपुर मंडल में विकसित इस एस से कर्मियों की समस्या जल्द ही दूर होगी। मौके पर अपर मंडल रेल प्रबंधक आरएस मीणा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) बीके ¨सह, डीईएन हेडक्वार्टर पुरुषोत्तम तिवारी, सीनियर डीएफएम संतोष कुमार गुप्ता, सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल, सीनियर डीईएन वन सुमन भारती, सीनियर डीओएम अमरेश कुमार, सीनियर डीईई प्रभात कुमार, सहायक मंडल इंजीनियर (भूमि) मि¨लद कुमार शुक्ला आदि उपस्थित रहे। आवास मरम्मत के लिए इंजीनिय¨रग विभाग की नहीं करनी होगी चिरौरी
समस्तीपुर रेल मंडल ही नहीं पूरे भारतीय रेल में आवासों के रख रखाव के लिए जोनल कांट्रैक्ट के माध्यम से कार्य करवाने की पहले से व्यवस्था थी। जिसे अब मंडल स्तर पर कर लिया गया है। इस पद्धति से पारदर्शिता मेंटेन करना आसान हो जाएगा। कर्मचारियों के आवास जर्जर होने के बावजूद उन्हें मरम्मत के लिए इंजीनियरों की चिरौरी करनी पड़ती थी। रेलवे कॉलोनी के रखरखाव एवं मरम्मत कार्य को कुछ निर्धारित नियमों एवं शर्तों के तहत जयनंद लाल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी को निविदा के तहत कार्य दिया गया हैं। एजेंसी को आवासों के रखरखाव से संबंधित सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में ही पूरा करना होगा। निर्धारित अवधि में कार्य पूरा नहीं करने पर जुर्माना लगाया जाएगा। समय सीमा के अंदर कार्य नहीं शुरू होने पर संबंधित अभियंताओं से भी स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है। 1500 कर्मी और 60 अधिकारी क्वार्टर को मिली सुविधा
रेलवे ने प्रथम चरण में दक्षिण दिशा के रेलवे क्वार्टरों को शामिल किया हैं। इसमें ऑफिसर्स कॉलोनी, डीजल शेड कॉलोनी, आरपीएफ कॉलोजी, गांधी पार्क कॉलोनी, मेडिकल कॉलानी, गोल्फ फिल्ड कॉलोनी को शामिल किया गया हैं। पूर्व में रिपेय¨रग का कार्य जोनल स्तर पर किया जाता था। जिसे अब मंडल स्तर पर किया जाएगा। समस्तीपुर मंडल मुख्यालय में 60 अधिकारी क्वार्टर और 1500 कर्मचारियों के क्वार्टर में इसकी सुविधा मिल सकेगी। इसमें क्वार्टर में मरम्मत कार्य, सड़क व बाउंड्री वॉल को भी दुरुस्त कराया जा सकेगा। एक वर्ष के लिए 2.94 लाख रुपये का मिला कार्य
रेलवे ने एजेंसी को एक वर्ष के लिए 2.94 करोड़ रुपये के कार्य का निविदा दिया हैं। रेल अधिकारी और कर्मी एप की मदद से साइट खोलेंगे। इसके बाद अपना पीएफ नंबर दर्ज करेंगे। पीएफ नंबर दर्ज करते ही कर्मी का पूरा ब्योरा खुल जाएगा। जिसके बाद इसमें समस्या को दर्ज किया जा सकेगा। समस्या के समाधान के लिए एटीईएन कार्यालय प्रांगण में कंट्रोल रूम के लिए जगह दिया गया हैं। जिसमें एजेंसी के डाटा ऑपरेटर तैनात रहेंगे। कर्मी द्वारा शिकायत दर्ज करते हुए एसएमएस द्वारा शिकायत नंबर दिया जाएगा। जिसके बाद आईओडब्लू संबंधित कार्य का सर्वे करेंगे। साथ ही एजेंसी को कार्य संपन्न करने के लिए निर्धारित समय देंगे। जिसकी भी जानकारी कर्मी को एसएमएस द्वारा मिलेंगी। कार्य पूर्ण होने के उपरांत भी एसएमएस भेज दिया जाएगा।