ई-किसान भवन की साफ-सफाई व सुरक्षा पर उठे सवाल
समस्तीपुर। प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित ई-किसान भवन विभागीय उपेक्षा का शिकार है। इसकी साफ-सफाई सुरक्षा समेत रखरखाव पर सवाल उठने लगे हैं।
समस्तीपुर। प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित ई-किसान भवन विभागीय उपेक्षा का शिकार है। इसकी साफ-सफाई, सुरक्षा समेत रखरखाव पर सवाल उठने लगे हैं। सरकार ई-किसान भवन का निर्माण प्रखंड स्तर पर कृषि संबंधी सभी सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए की थी। जिससे किसानों को लाभ मिलता। कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने और कृषकों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से लाखों रुपये खर्च कर प्रखंड मुख्यालय परिसर में इस भवन का निर्माण कराया गया, लेकिन आज इसकी स्वच्छता और सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मुख्य गेट के भीतर घुसते टूटा दरवाजा दिखता है। उसके आगे बढ़ने पर शौचालय और यूरिनल भी बदहाल हैं। प्रथम तल पर पौधा संरक्षण केन्द्र, मिट्टी जांच प्रयोगशाला, किसान सूचना तथा सलाहकार केन्द्र है। प्रथम तल पर किसान प्रशिक्षण एवं प्रशासनिक खण्ड की साफ सफाई, बिजली बल्ब और पंखा की हालत देखकर कोई भी कह सकता है कि इसे देखने वाला कोई नहीं है। प्रसार कर्मी और किसानों के विश्राम के लिए द्वितीय तल पर बनाए गए कमरे पर प्रखंड नाजिर महेश राय का कब्जा है। इसको लेकर भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य कृष्णदेव प्रसाद सिंह ने बीडीओ और बीएओ को आवेदन देकर कृषि निदेशक पत्र का अनुपालन करने का अनुरोध किया। इस पर प्रखंड नाजिर ने सरकारी नियमों का हवाला देते हुए निर्धारित किराया भुगतान कर अपना कार्यालय चलाने की बात कही है। कार्यालय परिसर को हरी साग-सब्जी उगाने के उपयोग में लाया जा रहा है। वर्षो पूर्व से ई-किसान भवन परिसर में गड़े समर्सिबल में बिजली की व्यवस्था भी है लेकिन उसका स्वीच बीडीओ आवास में है। जिससे किसानों और कर्मियों को इस भवन में पानी के उपयोग के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।