पुलिस के पास होगा अपना क्रेन, क्रय के लिए मिले 20 लाख
सड़क सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार गंभीर हो गई है। पहले सड़क सुरक्षा के नाम पर एक भी रूपये सरकार खर्च नहीं करती थी।
समस्तीपुर । सड़क सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार गंभीर हो गई है। पहले सड़क सुरक्षा के नाम पर एक भी रूपये सरकार खर्च नहीं करती थी। जबकि सड़क सुरक्षा के नाम पर लोगों से करोड़ों रूपये वसूल किए जाते थे। वहीं अब सड़क सुरक्षा के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। चाहे दुर्घटना को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की बात हो या फिर दुर्घटना के बाद राहत बचाव शुरू करने की। इसके लिए साधन भी अब उपलब्ध कराए जाने लगे हैं। इसी क्रम में सभी जिले के पुलिस को एक-एक क्रेन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए परिवहन विभाग ने 20 लाख रुपये पुलिस विभाग को दिया है। जबकि चार लाख रूपये की राशि यातायात में तैनात पुलिस कर्मियों की रेडियमयुक्त चमकीली वर्दी एवं अन्य चीजों पर खर्च करने के लिए दिए गए हैं। ताकि, उन्हें यातायात नियंत्रण में कोई परेशानी न हो।
बता दें कि पिछले साल फरवरी में राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा समिति का गठन किया था। इस समिति के गठन के बाद से सड़क सुरक्षा को लेकर कई कार्यक्रम निर्धारित किए गए। योजनाएं बनाई गई। योजना के अनुरुप सुरक्षा समिति से जुड़े विभागों को रूपये भी उपलब्ध कराए जाने लगे। सबसे ज्यादा राशि रोड डिपार्टमेंट को दिए गए हैं। वहीं अन्य संबंधित विभागों को भी राशि राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जा रही है। जिले में कहीं भी सड़क दुर्घटनाएं होती है, या फिर बड़े वाहन बीच सड़क पर खराब होते हैं तो उसे हटाने के लिए निजी क्रेन की मदद लेनी पड़ती है। किसी भी तरह की दुर्घटना की स्थिति में सबसे पहले पुलिस ही पहुंचती है। ऐसे में पुलिस के पास इसको लेकर ज्यादा फंड नही होते हैं, जिससे वे त्वरित कार्रवाई कर सके। क्षतिग्रस्त वाहन को तुरंत सड़क से हटा सके। पुलिस की इस समस्या को देखते हुए सड़क सुरक्षा समिति ने हर जिले के पुलिस को एक-एक क्रेन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। इसके क्रय के लिए परिवहन विभाग ने जिला पुलिस को 20 लाख रुपये दे भी दिए हैं। हालांकि यह खरीदारी राज्य स्तर पर एक साथ होनी है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा समिति की ओर से जिला पुलिस को चार लाख रुपये की राशि दी गई है। एक लाख रूपये कंटीजेंसी मद में खर्च किए जाएंगे जबकि तीन लाख रुपये यातायात व्यवस्था में शामिल पुलिस कर्मियों की रेडियमयुक्त चमकीली वर्दी पर। यातायात पुलिस के जवानों के सिर पर अब वर्दी के साथ-साथ हेलमेट भी दिखेगा। जिससे उन्हें यातायात व्यवस्था को सुचारू रुप से संचालित करने में कोई दिक्कत न हो।
एनएच पर तैनात रहेंगी रोड एबुलेंस
दुर्घटना होने पर स्थानीय लोग तुरंत पुलिस को सूचना देते हैं। पुलिस खुद तो वहां पहुंच जाती है, परंतु समय से एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है या फिर एंबुलेंस के लिए उन्हें अस्पतालों में फोन करना पड़ता है। सड़क सुरक्षा समिति की ओर से हर थाने को एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराने की भी योजना बन रही है। जिससे पुलिस कर्मी एम्बुलेंस के साथ वहां तुरंत पहुंच जाएं। घायलों को तुरंत निकट के अस्पतालों में पहुंचाया जा सके। हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी कोई फैसला सुरक्षा समिति में नहीं हुआ है। लेकिन आने वाले समय में इस पर भी निर्णय लिए जाएंगे। दूसरी ओर एनएचएआइ ने अपने स्तर से एनएच पर एंबुलेंस की व्यवस्था करना शुरू कर दिया है। जल्द ही समस्तीपुर जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय उच्च पथों पर भी एनएचएआइ की एंबुलेंस दिखेगी। बताया जाता है कि दस से पंद्रह किलोमीटर की दूरी पर एक एंबुलेंस उपलब्ध कराने की योजना है। इस एंबुलेंस में हरसंभव प्राथमिक उपचार की व्यवस्था रहेगी।
वर्जन :
सड़क सुरक्षा के प्रति सरकार पूरी तरह गंभीर है। सड़कों पर होने वाले दुर्घटना को कम करने एवं यातायात व्यवस्था सुचारू करने को लेकर सरकार की ओर से हरसंभव कोशिश की जा रही है। 20 लाख रूपये परिवहन विभाग ने पुलिस विभाग को क्रेन खरीदने के लिए दिए हैं। जबकि चार लाख रुपये यातायात व्यवस्था संभाल रहे पुलिसकर्मियों की वर्दी आदि के लिए भी दिए गए हैं। आने वाले समय में और भी राशि संसाधनों की व्यवस्था के लिए सरकार से मिलने वाली है।
लाल बाबू ¨सह, जिला परिवहन पदाधिकारी, समस्तीपुर