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महेश्वर हत्याकांड में तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली

वैनी ओपी क्षेत्र के कैजिया विष्णुपुर गांव में रविवार को खेतिहर मजदूर महेश्वर सिंह की नृशंस हत्या के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली है। न कोई आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर पाई है और न ही हत्या में प्रयुक्त सामान जब्त कर पाई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 11:37 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 11:37 PM (IST)
महेश्वर हत्याकांड में तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली
महेश्वर हत्याकांड में तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली

समस्तीपुर । वैनी ओपी क्षेत्र के कैजिया विष्णुपुर गांव में रविवार को खेतिहर मजदूर महेश्वर सिंह की नृशंस हत्या के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली है। न कोई आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर पाई है और न ही हत्या में प्रयुक्त सामान जब्त कर पाई है। वैनी पुलिस कह रही है कि हत्याकांड में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

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सामाजिक सहयोग से महेश्वर सिंह का अंतिम संस्कार रविवार शाम कर दिया गया। उसके एक मात्र नाबालिग पुत्र महेंद्र कुमार ने पिता के शव को मुखाग्नि दी। महेंद्र एवं उसकी नाबालिग तेरह वर्षीय बहन राधा अभी चाचा मंटू सिंह के घर में पनाह लिए हुए है। राधा गांव के स्कूल में ही आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई कर चुकी है। आगे पढ़ने की उसकी इच्छा है। लेकिन बदली हुई परिस्थिति में उसके आगे पढ़ने की इच्छा पर ग्रहण लगता दिख रहा है। महेंद्र भी पिता की हत्या के बाद भाव शून्य हो गया है। रोते- रोते बेहोश हो जा रहा है। भविष्य को लेकर उसकी चिता बढ़ गयी है। हत्याकांड के बाद किसी स्तर के जनप्रतिनिधि ने उसकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझा। महेश्वर अपने छह भाइयों सबसे बड़ा था। पिता की मृत्यु के बाद महेश्वर ने अपने छोटे भाइयों का भी पालन-पोषण किया। सभी भाइयों की अलग- अलग गृहस्थी है। सब मजदूरी करके ही भरण-पोषण कर रहे हैं। दो दिन पहले हुई घटना में जख्मी मंटू सिंह एवं उसकी पत्नी वीणा देवी का समस्तीपुर अस्पताल में इलाज कराकर पुलिस दोनों को घर पर ले आई है। पति- पत्नी के माथे में टांका लगा है। मंटू कहता है कि टांका लगा कर सूई लगा दिया गया। इसके अतिरिक्त दोनों को कोई दवा अस्पताल से नहीं दी गई। अपने इलाज को लेकर पति- पत्नी चितित हैं। प्रशासन की तरफ से किसी प्रकार की सहायता नाबालिग को नहीं मिली है। खेतिहर मजदूर की हत्या हो जाने पर उसके आश्रितों की आर्थिक सहायता के सवाल पर प्रशासन मौन है।


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