बाढ़ के कहर से परेशान हैं सिघिया प्रखंड के लोग
सिघिया में प्रखंड मुख्यालय समेत संपूर्ण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है। करेह कमला बलान कोसी एवं जीवछ नदी के जलस्तर में वृद्धि से ऐसा हुआ है। बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हो गई है। वहीं घरेलू उद्योग भी ठप पड़ गए हैं।
समस्तीपुर । सिघिया में प्रखंड मुख्यालय समेत संपूर्ण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है। करेह, कमला, बलान, कोसी एवं जीवछ नदी के जलस्तर में वृद्धि से ऐसा हुआ है। बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हो गई है। वहीं घरेलू उद्योग भी ठप पड़ गए हैं। परिणामस्वरूप कृषक, लघु उद्योग संचालक तथा मानव बल भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। जलस्तर में हो रही वृद्धि से करेह नदी के तटबंध में जगह-जगह रिसाव हो रहा है। इससे लोगों में दहशत व्याप्त है। रोसड़ा एसडीओ अमन कुमार सुमन ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। फसल व लोगों को हुई आर्थिक क्षति का आकलन किया जा रहा है। इसके बाद सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। मोरबारा गांव के लेअर हाऊस संचालक राम गोपाल सिंह ने बताया की आठ करोड़ की राशि से तैयार प्रखंड क्षेत्र के इकलौते फार्म हाउस में प्रतिदिन हजारों अंडों का उत्पादन होता था। लेकिन, बाढ़ के कारण पूरी तरह ठप पड़ गया है। परिणामस्वरूप फार्म में कार्यरत पांच दर्जन कर्मियों के पर अर्थिक संकट मंडरा रहा हैं। फार्म हाउस जहां क्षतिग्रस्त हो गया है, वहीं वर्ड डेथ से महामारी संकट भी दिख रहा है। संचालक का अनुमान है कि फार्म को तकरीबन 5 करोड़ का नुकसान हुआ है। अंचलाधिकारी ने बाढ़ के उपरांत फार्म को चालू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिया है। कुल मिलाकर कोरोना महामारी का दंश झेल रहे सिघिया वासियों की बाढ़ की मार ने कमर तोड़ कर रख दी है।