विकास शुल्क के नाम पर अवैध वसूली का विरोध
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्तीपुर कॉलेज इकाई द्वारा कॉलेज में विकास शुल्क के नाम पर हो रहे अवैध वसूली का विरोध किया है। इसको लेकर शनिवार को कॉलेज प्रांगण में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
समस्तीपुर । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समस्तीपुर कॉलेज इकाई द्वारा कॉलेज में विकास शुल्क के नाम पर हो रहे अवैध वसूली का विरोध किया है। इसको लेकर शनिवार को कॉलेज प्रांगण में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। साथ ही आगामी 9 दिसंबर को कॉलेज में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्र संघ और विद्यार्थी परिषद ने महाविद्यालय बंद की घोषणा की है। जिला संयोजक आदित्य कुमार ने बताया कि प्राचार्या डॉ. मीना प्रसाद द्वारा छात्र-छात्राओं से विकास शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को सीएलसी देने के नाम पर 1387 से लेकर 2097 तक रुपए लिए जा रहे हैं। जबकि, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अंगीभूत अन्य कॉलेज में 25 रुपए लिया जा रहा है। इससे पहले भी सीएलसी का शुल्क 25 रुपए ही लिया जा रहा था। डॉ. प्रसाद के आने पर छात्रों का नामांकन शुल्क विज्ञान संकाय में 1141 और कला में 1126 है। नगर मंत्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं से पीजी तक की पढ़ाई निश्शुल्क कर दिया गया था। बावजूद प्राचार्या जिस भी कॉलेज में गई है वहां विकास शुल्क के नाम पर लूटने का काम कर रही है। पिछले वर्ष महिला कॉलेज की छात्राओं से भी विकास शुल्क एक हजार रुपए से अधिक वसूली की जा रही थी। इस पर अभाविप के चरणबद्ध आंदोलन एवं भूख हड़ताल के बाद उस पर रोक लगाई गई। वहीं बीआरबी कॉलेज में नामांकन शुल्क मात्र 111 रुपए ही लिया जा रहा है। मौके पर सह मंत्री संजय कुमार, अमरजीत कुमार, सुमित कुमार, छात्र संघ के कोषाध्यक्ष लालू कुमार, सत्यम कुमार, रौशन कुमार, सचिन कुमार, मनीष कुमार, बिट्टू, कुंदन, उमाशंकर, रोहन आदि उपस्थित रहे।