युवनेश्वरनाथ महादेव की महिमा
उजियारपुर प्रखण्ड के मालती चौक स्थित पोखर के भिण्डा पर स्थित वर्षों पुरानी बाबा युवनेश्वरनाथ महादेव मंदिर दूर-दूर तक के लोगों के बीच मशहूर है।
समस्तीपुर। उजियारपुर प्रखण्ड के मालती चौक स्थित पोखर के भिण्डा पर स्थित वर्षों पुरानी बाबा युवनेश्वरनाथ महादेव मंदिर दूर-दूर तक के लोगों के बीच मशहूर है। इसका कारण है कि झमटिया से गंगाजल लेकर चलनेवाले कावंरियों का यहां ठहराव होता है। यहां कुछ देर विश्राम करके ही कावंरिया, समस्तीपुर के थानेश्वर मंदिर, दरभंगा के जटमलपुर आदि शिवालयों में जलाभिषेक की यात्रा प्रारम्भ करते है।
मंदिर का इतिहासबाबा युवनेश्वर नाथ वास्तव में यहां के युवाओं की उर्जा और जोश की पहचान है। वर्ष 1974 के तत्कालीन युवाओं ने मिलकर यहां जनसहयोग से मंदिर का निर्माण करवाया था। जिसमें शिव¨लग की स्थापना कर बाबा की पूजा प्रारम्भ की गई थी। इसके बाद लोग यहां अष्टयाम यज्ञ, नवाह यज्ञ के द्वारा भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था को जीवंत करते रहे। आज इसकी ख्याति क्षेत्र के लोगों में मशहूर हो चुकी है। प्रतिदिन यहां के युवक-युवतियां मंदिर में आकर ¨लग पर जल अर्पित करते हुए अपनी मन्नतें मांगते हैं। बाबा के आर्शीवाद से उनकी मन्नतें पूरी भी होते है। यहां के युवा आज भी मंदिर की उत्थान के लिए हमेशा अग्रसर है। इसलिए इनका नाम भी युवनेश्वरनाथ ही पड़ा।
बोले लोग
फोटो :: 13 एसएएम 27उप सरपंच ललितेश्वर प्रसाद ललन कहते हैं कि बाबा युवनेश्वर की कृपा ²ष्टि अपरम्पार है। उनकी कृपा से ही युवा वर्गों में संस्कार एवं सदबुद्धि का संचार होते रहते हैं।फोटो :: 13 एसएएम 28
मंदिर के सेवक हरेराम चौहान कहते है कि युवनेश्वरनाथ युवाओं के प्रेरणा के श्रोत है। इनकी कृपा मिलते ही एक अछ्वूत परिवर्तन दिखने लगता है। बुरे कर्म से भटके युवा सही मार्ग पर चलना प्रारम्भ कर देते हैं।