रेलवे पुल से टकरा रही बूढ़ी गंडक नदी की धारा
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी पूरे उफान पर है। इसके साथ ही जलस्तर में तेजी से इजाफा भी हो रहा है। स्थिति यह है कि तटबंध पर पानी का दबाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। बाढ़ की आशंका से लोग घिरे हैं।
समस्तीपुर । समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी पूरे उफान पर है। इसके साथ ही जलस्तर में तेजी से इजाफा भी हो रहा है। स्थिति यह है कि तटबंध पर पानी का दबाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। बाढ़ की आशंका से लोग घिरे हैं। शनिवार को बूढ़ी गंडक नदी समस्तीपुर दरभंगा रेलवे पुल के निकट खतरे के निशान से 2.87 मीटर उपर पहुंच गई। नदी की तेज धार तीव्र वेग के साथ अब मगरदही घाट के निकट बने पुराने ब्रीज और समस्तीपुर दरभंगा रेलवे पुल के गाटर से टकराने लगी है। संभावित खतरे को लेकर जिला प्रशासन हाई एलर्ट है। रेलवे पुल व मगरदही के निकट पुराने पुल पर बांस बल्ला लगा कर आवाजाही रोक दी गई है। वहां सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया। नदी के दोनों ओर तटबंध सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पानी की अधिक दबाव वाले स्थान पर भराव का कार्य किया जा रहा है। आला अधिकारीयों की हालात पर नजर हैं। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सावधान, सतर्क और सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की जा रही है।
आपदा प्रबंधन शाखा के मुताबिक पिछले एक सप्ताह से बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। शनिवार की शाम बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 48.60 मीटर पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में 10 सेंमी इजाफा हुआ। समस्तीपुर रेलवे पुल के निकट बूढ़ी गंडक का खतरे का लाल निशान 45.72 है। वहीं उच्चतम जलस्तर का मानक 48.73 है। यानि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.87 मीटर ऊपर और उच्चतम जलस्तर के बने मानक से 0.23 सेमी नीचे है। बता दें कि वर्ष 1987 और 2007 में उच्चतम जलस्तर का मानक 48.83 सेमी रिकार्ड दर्ज किया गया था। जो अभी तक का उच्चतम जलस्तर है। लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। तटबंध किनारे रहने वाले लोग रतजगा कर रहे हैं।