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मरीजों को देने के लिए दवा नहीं

मरीजों को देने के लिए अस्पताल के पास दवाई नहीं है लेकिन उसे कूड़ेदान में फेंकी जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 05:44 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 05:44 PM (IST)
मरीजों को देने के लिए दवा नहीं
मरीजों को देने के लिए दवा नहीं

समस्तीपुर । मरीजों को देने के लिए अस्पताल के पास दवाई नहीं है लेकिन उसे कूड़ेदान में फेंकी जा रही है। वह भी उपयोगी दवाएं। हालांकि, फेंकी गई दवाई जुलाई 2008 में ही एक्सपायर हो गई थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान लगना शुरु हो गया है। जानकारी के अनुसार शहर के चिल्ड्र्रेंस पार्क के समीप कूड़ा में दर्जनों ओआरएस के पैकेट फेंके हुए थे। ओआरएस के पैकेट पर यूनिसेफ का लोगो लगा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की इस तरह की हड़कत से अस्पताल प्रशासन के साथ-साथ आम लोग अचंभित हैं। अचंभित इस बात को लेकर है कि आखिर जरुरी दवाई मरीजों को समय पर उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इसके बाद एक्सपायरी होने पर उसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। बताया जाता है कि एक व्यक्ति की नजर कूड़ेदान में फेंकी गई दवाइयों पर पड़ी। फिर क्या था उसने दूसरे-तीसरे लोगों को इसकी जानकारी दी। सूचना पाते ही लोग उक्त स्थल के नाला के समीप में जाकर इसे देखने के लगे। फेंकी गई दवाई डायरिया की बीमारी से संबंधित हैं। लोगों ने पूर्व में भी एक्सपायर होने वाली दवाइयों को फेंके जाने पर गहरा आक्रोश जताया है। कई मरीजों ने कहा कि यहां इलाज के लिये भर्ती होने वाले मरीजों को बाहर से दवा खरीदकर लाने की बात कही जाती है, जबकि सरकारी दवा को एक्सपायर्ड कराकर कर्मी कूड़ेदान में फेंक रहे हैं। रोगियों को बताया जाता है कि अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन की कारगुजारियां इससे उजागर हो गई है। दूसरी तरफ पूछने पर स्वास्थ्य प्रशासन ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी।

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