नो इंट्री सिस्टम की उड़ रहीं धज्जियां, जाम से कराहता शहर
शहर में जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंटरमीडिएट की परीक्षा आरंभ होने के साथ पिछले एक पखवाड़े से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
समस्तीपुर । शहर में जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंटरमीडिएट की परीक्षा आरंभ होने के साथ पिछले एक पखवाड़े से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। परीक्षार्थियों को इससे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वहीं आम लोगों को भी सड़क से गुजरने में काफी परेशानी होती है। ओवरटेक कर जाम लगाने वालों के सामने पुलिस लाचार दिखती है। चौराहे पर खड़े होमगार्ड के जवान ऑटो चालकों और दोपहिया वाहन चलाने वाले को हड़काते जरूर हैं, पर सख्ती नहीं कर पाते। नो इंट्री में एफसीआइ के ट्रकों को छूट दी गई है। दिनभर एफसीआइ के ट्रक कर्पूरीग्राम रैक प्वाइंट से जितवारपुर गोदाम तक चलते रहते हैं। जबकि अन्य भारी वाहनों के प्रवेश पर जिला प्रशासन ने रोक लगा रखी है। आश्चर्य की बात तो यह है कि एफसीआइ का पोस्टर लगाकर कई अन्य ट्रक भी बेधड़क शहर से गुजरते रहते हैं, जिससे जाम की समस्या बरकरार है। इस वजह से भारी वाहनों के लिए नो इंट्री का फैसला भी फेल होता दिख रहा है। अतिक्रमण के कारण तो वैसे भी सड़क का आधा हिस्सा अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। चौराहों से लेकर शहर के मुख्य मार्गो तक हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। हालांकि शहर में यातायात व्यवस्था सुचारु रखने और जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर नो इंट्री प्वांइट बना रखा है। मुख्य मार्गो में वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था भी की गई है। इससे लोगों को आवागमन में थोड़ी राहत जरूर मिली है। वहीं दूसरी ओर मुख्य मार्ग पर दुकानों के आगे खड़े होने वाले चार पहिया और दो पहिया वाहन लोगों के लिए मुसीबत का सबब हैं। वाहनों के ओवरटेक करने के कारण अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। वहीं विपरीत लेन में बाइक चलाना कुछ लोग अपनी शान समझते हैं। सदर अस्पताल भी मुख्य सड़क से जुड़ा हुआ है। यह सड़क भी अक्सर जाम रहता है। इससे स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस जैसी जीवन रक्षक सेवाएं भी ट्रैफिक जाम में फंसती रहतीं है। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने व जाम से निजात दिलाने के लिए शहर के प्रमुख चौराहे पर ड्यूटी में तैनात होमगार्ड के जवान ऑटो चालकों की मनमानी और लहरिया कट वाहन चालकों से परेशान हैं। रुकने का इशारा करने के बाद भी ओवरटेक कर आगे निकलने की होड़ रहती है। इस क्रम में कई लोग दुर्घटना के भी शिकार होते हैं। हालांकि जगह-जगह चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। जिससे सड़क पर होने वाली हर गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर रहती है।