संत रविदास के बताए मार्ग पर चलने की जरूरत
अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन के तत्वावधान में उच्च विद्यालय ताजपुर में संत रविदास की 643वीं जयंती एवं रविदास एकता महासम्मेलन का आयोजन किया गया।
समस्तीपुर । अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन के तत्वावधान में उच्च विद्यालय ताजपुर में संत रविदास की 643वीं जयंती एवं रविदास एकता महासम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. बिदेश्वर राम ने डॉ. भीम राव आंबेडकर एवं संत शिरोमणि के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर महासम्मेलन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कहा कि आज हमें संत रविदास के बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है। मंच संचालन अजय कुमार ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान से हुई। उत्तर प्रदेश के बिरहा सम्राट रवींद्र यादव अपनी टीम के साथ --फूल उसको चढ़ाना ..गाने के बोल से समारोह को भक्तिमय बना दिया। रविदासिया धर्म संगठन के प्रखंड अध्यक्ष बृजनंदन राम ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा यह कार्यक्रम राष्टीय कार्यक्रम है। मानवता के महान संत रविदास जी एवं संविधान के रचियता डॉ. भीमराव आंबेडकर की पूजा करने की बातें कहते हुए कहा कि हक और अधिकार के साथ आज जीने और शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार सभी को मिलनी चाहिए। इस पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम को विद्यानंद राम, पवन कुमार साथी, कवि गाया प्रसाद, मोहन कुमार मौर्य, बिनोद चौधरी निषाद, रविदर यादव आदि ने संबोधित किया। मौके पर रंजीत कुमार मुखिया, अभय कुमार सिंह, रविदासिया धर्म संगठन के सचिव रामशोभित राम, राजेश कुमार अधिवक्ता, ज्ञान शंकर कौशल, चंदन सम्राट, मोहन मौर्य, बासुदेव राम, डॉ. अनिल कुमार कंचन, डॉ. जितेंद्र कुमार, मनोज राम, कुशेश्वर दास, बबलू राम, डॉ रंजीत राम, बैद्यनाथ राम, कमलेश राम, रामसागर राम, शिव कुमार राम, रविन्द्र राम, विश्वनाथ राम आदि मौजूद थे। वहीं, सम्मेलन में बाबा साहब आंबेडकर बने प्रिस राज (10 वर्ष) एवं तथागत बुद्ध भगवान की झांकी के रूप में प्रभात कुमार काफी आकर्षण के केंद्र रहे।