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सदर अस्पताल में सर्दी-खांसी, पेट दर्द समेत कई बीमारियों की दवा खत्म

समस्तीपुर। मौसम में परिवर्तन के साथ ही सदर अस्पताल में दवाओं की भारी किल्लत हो गई। इसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लिए दवा समाप्त है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 12:25 AM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:11 AM (IST)
सदर अस्पताल में सर्दी-खांसी, पेट दर्द समेत कई बीमारियों की दवा खत्म
सदर अस्पताल में सर्दी-खांसी, पेट दर्द समेत कई बीमारियों की दवा खत्म

समस्तीपुर। मौसम में परिवर्तन के साथ ही सदर अस्पताल में दवाओं की भारी किल्लत हो गई। इसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लिए दवा समाप्त है। नतीजतन ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे बच्चों और बड़ों के स्वजनों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए पेट दर्द की दवा भी समाप्त है। इमरजेंसी वार्ड में मारपीट, सड़क दुर्घटना में पहुंचे मरीजों को दर्द की भी दवा नहीं मिल रही। मौसम में परिवर्तन के साथ ही बीमार मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा। ऐसे में सदर अस्पताल की ओपीडी विभाग स्थित सामान्य और बच्चा वार्ड में मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही। सबसे अधिक सर्दी, खांसी से पीड़ित मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे। अस्पताल में एलर्जी, एंटीबायोटिक, कैल्सियम, विटामिन, गैस की कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है। इसमें मुख्य रूप से सेट्रिजीन सस्पेंशन, रेबेपराजोल, एसीलॉक, फ्लूकोनाजोल, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, कैल्सियम, सेफिक्सिम आदि दवा नहीं है। मरीज के स्वजन घंटों लाइन में लगकर काउंटर पर पहुंचते हैं। अंत में उन्हें निराशा हाथ लग रही। ऐसे में सभी अस्पताल प्रशासन को कोसते हुए मजबूरीवश वापस चले जाते हैं। जबकि, अस्पताल प्रशासन की ओर से सेंट्रल स्टोर से पूर्व में ही दवा की मांग की जा चुकी है। लेकिन, अबतक उपलब्ध नहीं कराए जाने की वजह से ऐसी स्थिति बनी हुई है। सदर अस्पताल के दवा काउंटर पर बुधवार को दर्जनों मरीजों को बिना दवा लिए ही लौटना पड़ा। काउंटर पर कार्यरत कर्मी ने पुर्जा पर दवा नहीं रहने को लेकर काटते हुए वापस करते रहे। जिस वजह से अधिकतर मरीजों को प्राइवेट दवा दुकानों की ओर ही रुख करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी गरीब मरीजों को उठानी पड़ी। नाक व कान का ड्रॉप भी समाप्त सदर अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ की तैनाती कर दी गई है। लेकिन, चिकित्सक से इलाज कराने के बाद उन्हें दवा नहीं मिल रही है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इसके अलावा पेन किलर का मलहम भी लंबे समय से खत्म है। सबसे अधिक परेशानी गरीब मरीजों को हो रही है। दूर-दराज के क्षेत्रों से पहुंचने के बाद भी उन्हें दवा नहीं दी जा रही। ऐसे में मरीजों द्वारा अस्पताल प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी उन्हें सुविधा नहीं मिल रही।

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