मानव मन का मंथन कर आनंद की अनुभूति कराता श्रीमद्भागवत
विभूतिपुर प्रखंड के मिश्रौलिया में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को भव्य कलश शोभा यात्रा के साथ हुआ।
समस्तीपुर। विभूतिपुर प्रखंड के मिश्रौलिया में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को भव्य कलश शोभा यात्रा के साथ हुआ। इस दौरान भक्तिमय माहौल में लोगों ने जगह-जगह कलश शोभा यात्रा का स्वागत किया। शाम को व्यास मंच पूजन के उपरांत प्रथम दिन कथा के माध्यम से श्रीमद्भागवत के महत्ता पर विस्तार से चर्चा वृंदावन से आए कथावाचक गोपी रमण दास जी महाराज ने कही। सुबह 11 बजे स्टेडियम मैदान मिश्रौलिया परिसर से 151 कन्याओं ने भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली। जो यज्ञ स्थल से निकलकर महावीर स्थान, सीमावर्ती किशनपुर, महमदपुर सकड़ा होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जहां विधिवत पूजन किया गया। जयघोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। सायंकालीन कार्यक्रम में कथावाचक गोपी रमण दास जी महाराज का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के प्रथम दिन श्रीमद्भागवत कथा के महत्ता और महात्म्य की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण मानव मन का मंथन कर आनंद की अनुभूति कराता है। भागवत शास्त्र का आदर्श दिव्य है। घर में रहते हुए ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग बताता है। कथा का अमृत पीने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है और जीव पवित्र होता है। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन राम सेवक दास जी महाराज ने किया। मौके पर मुख्य अतिथि विधायक रामबालक सिंह, अजय कुमार, भगवान महतो, महेश्वर प्रसाद सिंह, बालेश्वर महतो, रमेश प्रसाद सिंह, अजित प्रभाकर, रामचंद्र महतो, कुशेश्वर पंडित, विष्णुदेव प्रसाद सिंह, शंभु प्रसाद सिंह, मोहन राय, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, प्रमोद कुमार, शंभू प्रसाद सिंह, सरपंच मंजू देवी समेत सैकड़ों भक्तजन मौजूद रहे।