किसान आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन ने किया सड़क जाम
किसान आंदोलन के दौरान किसानों व पत्रकारों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने और तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांगों को लेकर शनिवार को महागठबंधन ने विरोध प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति द्वारा शहर के ओवरब्रिज के समीप सड़क जाम कर दिया गया।
समस्तीपुर । किसान आंदोलन के दौरान किसानों व पत्रकारों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने और तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांगों को लेकर शनिवार को महागठबंधन ने विरोध प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति द्वारा शहर के ओवरब्रिज के समीप सड़क जाम कर दिया गया। इसके पूर्व शहर के स्टेशन चौक स्थित गांधी स्मारक से जुलूस निकाला गया। इसमें कृषि बिल को काला कानून बताते हुए शहर में रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। साथ ही ओवरब्रिज के समीप पहुंच कर प्रदर्शन किया। इंटर परीक्षा को देखते हुए एक घंटे का चक्का जाम निर्धारित किया गया था। इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस, स्कूल बस, दूध, अग्निशामक आदि गाड़ियों को नहीं रोका गया। इस दौरान एक सभा आयोजित हुई। वक्ताओं ने तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी की संज्ञा देते हुए कहा कि एपीएमसी एक्ट का क्लॉज 18 व 19, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट में दिक्कतें हैं जो किसानों को किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं देते हैं। भारत के संविधान का आर्टिकल 19 लोगों को अपनी आवाज उठाने का अधिकार देता है। लेकिन, कृषि कानून का यह एक्ट किसी भी तरह की कानूनी चुनौती देने से रोकते हैं। तीनों कृषि कानूनों को रद करने तथा आंदोलन के दौरान किसानों व पत्रकारों पर दर्ज मुकदमें को वापस लेने की मांग की गई। मौके पर भाकपा माले के जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार राय, भाकपा के जिला मंत्री सुरेंद्र प्रसाद मुन्ना, माकपा के जिला सचिव रामाश्रय महतो, पूर्व विधान पार्षद रोमा भारती, राजद जिलाध्यक्ष राजेंद्र सहनी, प्रदेश महासचिव फैजुर रहमान फैज, आकाश यादव, डोमन राय, मुनेश्वर सिंह, चंद्रिका प्रसाद सिंह, प्रेम प्रकाश शर्मा, राकेश ठाकुर आदि उपस्थित रहे।