मांगो को ले उपवास रख लोको पायलटों ने चलाई ट्रेन, डीआरएम कार्यालय के समीप दिया धरना
समस्तीपुर। ट्रेन चालकों ने मंगलवार की सुबह आठ से संध्या छह बजे तक 12 घंटे तक उपवास रहकर ड्यूटी की। आल इंडिया लोको पायलट एसोसिएशन के आह्वान पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने पंडाल लगाकर धरना दिया।
समस्तीपुर। ट्रेन चालकों ने मंगलवार की सुबह आठ से संध्या छह बजे तक 12 घंटे तक उपवास रहकर ड्यूटी की। आल इंडिया लोको पायलट एसोसिएशन के आह्वान पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने पंडाल लगाकर धरना दिया। नारेबाजी करते हुए कहा कि यदि मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस दौरान एक सभा हुई। अध्यक्षीय संबोधन में अशोक कुमार ने कहा कि सार्वजनिक संस्थाएं राष्ट्र की धरोहर है। रेलवे सहित विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण देश व कर्मचारियों के हित में नहीं है। नई पेंशन योजना पूरी तरह से शेयर मार्केट के अधीन है। कहा कि सभी सदस्यों ने भूखे पेट रहकर भीषण गर्मी में काम जारी रखा है। आंदोलन को धार देने के लिए रनिग रूम में भी कर्मियों ने भोजन ग्रहण नहीं किया। ट्रेनों का संपूर्ण संचालन रनिग स्टाफ के भरोसे ही होता है। ऐसे में आंदोलन को सकारात्मक दिशा देने के लिए सभी संबंधित रनिग स्टाफ बिना भोजन किए ही ट्रेनों का संचालन कर रहे हैं। संचालन मंडल मंत्री दयाशंकर राय ने किया। मौके पर रौशन कुमार सिंह, रवि रंजन कुमार, शशि रंजन कुमार, बबलु यादव, निर्दोष कुमार, विजय कुमार सिंह, रामाशीष रजक, फिरोज खान, रजनीश यादव, मो. कमरुद्दीन, संतोष कुमार, अमरदीप कुमार, हरिशंकर प्रसाद, उमेश कुमार, दिलीप कुमार, चंदन कुमार चौरसिया, राजीव कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, रामाकांत कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे। एसोसिएशन की प्रमुख मांगें :
रात्रि ड्यूटी भत्ता की सीलिग 43 हजार 600 रुपये करने की मांग की। साथ ही न्यू पेंशन स्कीम को हटाकर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने, सहायक लोको पायलट को को-पायलट का दर्जा देकर जीपी-2800 एवं रिस्क अलाउंस देने, 9 घंटें से अधिक ड्यूटी लेना बंद करने, 36 घंटा में मुख्यालय वापस लाने, रेलवे को निजीकरण व निगमीकरण बंद करने, मंडल के समस्त क्रू लॉबी के नजदीक रनिग स्टाफ के लिए साइकिल स्टैंड की व्यवस्था करने और रनिग रूम की कुव्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की।