काव्योत्सव में कवियों ने किया रचनाओं का पाठ
'आसमां में देखो तूफान नजर आता है हर शख्स आज दुकान में नजर आता है' जैसी उत्कृष्ट रचनाओं के साथ शनिवार को काव्य महफिल जमी।
समस्तीपुर। 'आसमां में देखो तूफान नजर आता है हर शख्स आज दुकान में नजर आता है' जैसी उत्कृष्ट रचनाओं के साथ शनिवार को काव्य महफिल जमी। राष्ट्रीय सार्थकता अभियान के तहत आयोजित बज्जिकाधाम काव्योत्सव पूरे प्रदेश के कई नामचीन कवियों ने हिस्सा लिया। डॉ. ब्रह्मदेव प्रसाद कार्यी के संयोजन में आयोजित इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वशिष्ठ राय वशिष्ठ तथा संचालन ज्वाला सांध्यपुष्प ने किया। कार्यक्रम में कल्याण कुमार झा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस साहित्यिक समारोह में ब्रह्मदेव प्रसाद कार्यी लिखित दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। 'राजघाट के गांधी जागो' तथा 'सत्यार्थी का संताप' नामक दो पुस्तकों के विमोचन के पश्चात उसकी समीक्षा भी की गई। कार्यक्रम शाहपुर उंडी स्थित बज्जिका धाम में आयोजित हुआ। आयोजित इस कवि सम्मेलन में डा. हारुण शैलेंद्र की रचना 'तुम्हारे साथ रहकर', सीताराम शेरपुरी की रचना 'जे जते पार्टी बदलक, ज्ञान शंकर शर्मा की रचना 'दूर हटो आतंकी निष्ठुर', विष्णु कुमार केडिया की रचना 'लगती मुझे है', द्वारिका राय सुबोध की रचना 'ज्ञान गंगा बह रही', शिवेंद्र कुमार पांडेय की रचना 'ईश्वर से यही विनती हमारी', धनेश्वर शर्मा की रचना 'गांधी का है देश', राम लखन यादव की रचना 'योग करो और रोग भगाओ', दुखित महतो भक्तराज की रचना 'वीर भूमि के वासी हैं', बेलगाम वाजिदपुरी की रचना 'मेरे सरपंच होने पर', मुरारी प्रसाद शर्मा की रचना 'सुपथ कुपथ रथ दौड़ेगा', शरदेन्दु शरद की रचना 'चेहरा बड़ा है ना सेहरा बड़ा है', ब्रह्म देव प्रसाद कार्यी की रचना 'कभी आपके थे अभी आप के हैं', ज्वाला सांध्यपुष्प की रचना 'आसमां में देखो तूफान नजर आता है हर शख्स आज दुकान नजर आता है' ने जमकर तालियां बटोरी। इसके अतिरिक्त अरुण कुमार ¨सह, दिनेश प्रसाद, जयप्रकाश ¨सह, शिशिर कुमार चैधरी, रामचंद्र चैधरी, डॉ राम पुनीत ठाकुर वरुण, सदानंद राय, फिरोज समस्तीपुरी, इं. अवधेश कुमार ¨सह आदि ने भी अपनी रचनाओं की प्रस्तुति की। मौके पर राम भवन चैधरी, विशेश्वर ठाकुर, राजीव मिश्रा, राज कुमार मिश्रा, राम लला चैधरी, कुशेश्वर ठाकुर, परमानंद राय, राम सरोज ठाकुर सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।