दुकानदारों की बढ़ी परेशानी, चूहे कुतर रहे कीमती कपडे़
लॉकडाउन के कारण पिछले 22 मार्च से जिले की तमाम दुकानें बंद हैं। राशन एवं दवा दुकानों को छोड़ दें तो उस दिन के बाद से अन्य कोई दुकान नही खुला है। एक तो दुकान नहीं खुलने से व्यापारी परेशान हैं वहीं दूसरी ओर कपड़ा समेत मिठाई दुकानदारों की परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ गई है। इन दोनों चीजों के व्यवसायी काफी परेशान हैं।
समस्तीपुर । लॉकडाउन के कारण पिछले 22 मार्च से जिले की तमाम दुकानें बंद हैं। राशन एवं दवा दुकानों को छोड़ दें तो उस दिन के बाद से अन्य कोई दुकान नही खुला है। एक तो दुकान नहीं खुलने से व्यापारी परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर कपड़ा समेत मिठाई दुकानदारों की परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ गई है। इन दोनों चीजों के व्यवसायी काफी परेशान हैं।
बताया जाता है कि दुकान नहीं खुलने के कारण कपड़े को चूहा कुतर रहे हैं। कपड़े को उलट-पुलट नहीं करने की वजह से उसमें दीमक भी लगने लगा है। पिछले एक सप्ताह से हुई बारिश की वजह से कई दुकानों के अंदर पानी भी चला गया है। जिससे कपड़े भी बर्बाद हुए हैं। परंतु पुलिस एवं प्रशासन के डर से व्यवसायी अपनी दुकान को खोलकर उसे व्यवस्थित भी नही कर पा रहे हैं। यही हाल मिठाई दुकानदारों का है। बताया जाता है कि अचानक लॉकडाउन होने की वजह से जो तैयार मिठाइयां थी, वह दुकानों में ही रह गई। एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद सारी की सारी मिठाइयां खराब हो गई है। ऐसे में दुकान के अंदर से बदबू आने लगा है। इसको लेकर व्यवसायी परेशान हैं। पुलिसिया कार्रवाई के डर से कोई भी दुकान को खोलकर उसकी साफ-सफाई भी नहीं कर पा रहे हैं। इन दोनों व्यवसायियों की समस्याओं को लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम सुमरन सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। डीएम से आग्रह किया है कि कम से कम सप्ताह में एक दिन इन दुकानों को खोलकर साफ-सफाई एवं व्यवस्थित करने की अनुमति दें, जिससे व्यवसायियों का नुकसान न हो। दुकानों की साफ-सफाई होने से फायदा ही होगा। स्वच्छता बनी रहेगी जो आसपास के लिए भी ठीक रहेगा। इधर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लगातार जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण कर रहे हैं। खासकर वृद्ध, दिव्यांग, असहाय एवं वैसे व्यक्तियों को वे राहत पहुंचा रहे हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। उनके द्वारा चावल, दाल, नमक, साबुन एवं मास्क का वितरण लगातार समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में किया जा रहा है। सोमवार को भी करीब दो हजार पैकेट भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद से तैयार करवा रहे थे। उन्होंने बताया कि अब आठ पंचायत बचे हैं, जहां राहत सामग्री का वितरण किया जाना है। अगले चार दिनों में वितरण कर दिया जाएगा।