करेह के जलस्तर में वृद्धि, तटबंध पर दबाव
शिवाजीनगर में करेह नदी के बाएं तटबंध के बुनियादपुर स्लूस गेट के सु²ढ़ीकरण का काम जोर-शोर से चल रहा है। वहीं नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। करेह नदी तटबंध पर पानी का भारी दबाव बना हुआ है।
समस्तीपुर । शिवाजीनगर में करेह नदी के बाएं तटबंध के बुनियादपुर स्लूस गेट के सु²ढ़ीकरण का काम जोर-शोर से चल रहा है। वहीं नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। करेह नदी तटबंध पर पानी का भारी दबाव बना हुआ है। वोरज मुसहरी, घिवाही के लड्डूलाल ढाला पर रिसाव जारी रहने की सूचना है। बाढ़ के भय से लोग काफी भयभीत हैं। रिसाव वाले स्थान पर विभागीय अभियंता के द्वारा पॉलिथीन सीट टांगकर नदी के तटबंध ढहने से बचाव किया जा रहा है। शनिवार को बुनियादपुर स्लूस गेट के दाएं ओर की दीवार में तेज गति से रिसाव हो गया था। जिसे स्थानीय प्रशासन एवं विभागीय पदाधिकारी बुनियादपुर गांव के युवकों के साथ मिलकर रिसाव पर देर रात तक नियंत्रण पा लिया गया। स्लूस गेट से रिसाव इतना तीव्र था कि स्थानीय प्रशासन से लेकर अनुमंडल प्रशासन ने बचाव एवं राहत कार्य से अपना हाथ खड़ा कर लिया और रहियार उत्तर, रहियार दक्षिण, घिवाह एवं सिघिया प्रखंड में पड़ने वाले कई पंचायतों के लोगों को रेड अलर्ट जारी करते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्र से लोगों को चिन्हित सुरक्षित स्थानों एवं ऊंचे-ऊंचे विद्यालयों में चले जाने की सूचना दी गई। जेई मुरली मनोहर सुधांशु ने बताया कि हायाघाट में करेह नदी का जलस्तर रविवार को खतरे के निशान से 2 मीटर 23 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। करेह नदी के कोल्लुहा घाट पुल का चार पाया और बढा़ए जाने की मांग शिवाजीनगर प्रखंड के लोगों ने की है। बताया जा रहा है कि कोल्हुआघाट पुल में कम दूरी और पानी बहाव के लिए कम पाया होने के कारण करेह नदी के पानी बहाव में अवरोध पैदा हो रहा है। कोलुआघाट से उत्तर दिशा में करेह नदी का जलस्तर प्रत्येक साल 3 से 4 फीट का उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। जिस कारण शिवाजीनगर प्रखंड से लेकर हायाघाट तक करेह नदी के जलस्तर में काफी दवाव बना हुआ रहता है। इस दबाव को कम करने के लिए कोल्लुहा घाट पुल में दोनों ओर दो-दो पाए बढा़ये जाने की मांग की है। शनिवार की रात अनुमंडलाधिकारी अमन कुमार सुमन ने भी तेज गति से हो रहे रिसाव का जायजा लिया। जेई मुरली मनोहर सुधांशु, संवेदक जयप्रकाश सिंह, सुनील कुमार सुमन, कर्मी राजेश्वर यादव, समाजसेवी कमलेश यादव, विजय यादव, रामकिशोर यादव, फूलों यादव, रोहित यादव, राजकिशोर यादव, रामाशीष यादव, राजेंद्र मंडल सहित अन्य लोगों ने रिसाव वाले स्थल की निगरानी में काफी सराहनीय सहयोग कर रहे हैं।