पंचायत में व्याप्त अनियमितता के विरोध में भूख हड़ताल
पूसा प्रखंड की मोरसंड पंचायत की मुखिया एवं उसके पति द्वारा विकास योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट-खसोट किए जाने और पदाधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से आक्रोशित माले कार्यकर्ताओं ने मोरसंड पंचायत भवन पर एक दिवसीय भूख हड़ताल की।
समस्तीपुर । पूसा प्रखंड की मोरसंड पंचायत की मुखिया एवं उसके पति द्वारा विकास योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट-खसोट किए जाने और पदाधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से आक्रोशित माले कार्यकर्ताओं ने मोरसंड पंचायत भवन पर एक दिवसीय भूख हड़ताल की। माले कार्यकर्ताओं का कहना था कि जांच के दौरान अनियमितता की पुष्टि के बावजूद प्रशासनिक मिलीभगत से कोई भी कार्रवाई मुखिया या अन्य प्रतिनिधियों पर नहीं की जाती है। मोरसंड पंचायत के वार्ड संख्या -03 की सदस्या द्वारा सात निश्चय योजना के तहत लगभग एक वर्ष पूर्व 6 लाख रुपये की निकासी करने के बाद भी अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया गया। इस राशि का गबन करने के मामले में पंचायती राज पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई। वार्ड संख्या -10 में नल जल योजना का पाइप काटने और मनमानी के साथ योजना को विफल करने के अलावा पंचायती राज पदाधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करने मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग भी की गई। इसके अलवा भी पंचायत से जुड़ी हुई कई समस्याएं थी, जिसको लेकर माले कार्यकर्ता एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहे। 10 सूत्री मांगों को लेकर आयोजित भूख हड़ताल स्थल पर सभा हुई। जिसकी अध्यक्षता रामविलास पासवान ने की। जबकि संचालन भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया। मौके पर कृष्ण कुमार, सकिंद्र दास आदि मौजूद थे। भूख हड़ताल की सूचना पर पहुंचे सीओ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने माले कार्यकर्ताओं को 5 दिनों के अंदर जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।