रोग नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य महकमा चौकस
स्वास्थ्य महकमा गंभीर बीमारियों पर नियंत्रण को लेकर पहले से और अधिक चौकस हो गई है।
समस्तीपुर । स्वास्थ्य महकमा गंभीर बीमारियों पर नियंत्रण को लेकर पहले से और अधिक चौकस हो गई है। इसके तहत सदर अस्पताल में गैर संचारी क्लीनिक की स्थापना एवं गैर संचारी रोग से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन ने नया कदम उठाया है। सिविल सर्जन डॉ. विवेकानंद झा ने कार्यक्रम की महत्ता को देखते हुए अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (गैर संचारी रोग) डॉ. शिवनाथ शरण को नशा मुक्ति केंद्र का नोडल पदाधिकारी नामित किया है। इस बाबत सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है। विदित हो कि इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार पटना के कार्यपालक निदेशक सह विशेष सचिव स्वास्थ्य ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। इसके तहत सदर अस्पताल में अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (गैर संचारी रोग) को गैर संचारी रोग से संबंधित एवं नशा मुक्ति केंद्र का संचालन किया जाना है। इस आलोक में अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (गैर संचारी रोग) को एनसीडी सेल हेतु नशा मुक्ति केंद्र कार्यालय प्रकोष्ठ आवंटित किया गया है। सीएस ने उपाधीक्षक से अपर उपाधीक्षक को कार्यालय प्रकोष्ठ तत्काल प्रभाव से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग में गंभीर बीमारियों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य महकमा चौकस हो गया है। मरीजों की स्क्री¨नग व इलाज को एनसीडी क्लीनिक की व्यवस्था पहले से और अधिक दुरुस्त की जाएगी। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार देश में हर साल लाखों लोगों की कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे गैर संचारी रोगों से मौत होती है। गरीब मरीज तो उपचार ही नहीं करा पाते। वे न तो जाच कराने में सक्षम हैं, न इलाज। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला व सीएचसी स्तर पर एनसीडी क्लीनिक खोलने की योजना बनाई गई है।