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गंगा का जलस्तर तीसरी बार खतरे के निशान से ऊपर

मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। एक बार फिर यह खतरे के निशान को पार कर गई है। गेज रीडर शंभू राय के अनुसार रविवार की दोपहर जलस्तर खतरे के निशान 4550 सेमी ऊपर चढ़कर 4592 सेमी पर पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 12:48 AM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 12:48 AM (IST)
गंगा का जलस्तर तीसरी बार खतरे के निशान से ऊपर
गंगा का जलस्तर तीसरी बार खतरे के निशान से ऊपर

समस्तीपुर । मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। एक बार फिर यह खतरे के निशान को पार कर गई है। गेज रीडर शंभू राय के अनुसार रविवार की दोपहर जलस्तर खतरे के निशान 4550 सेमी ऊपर चढ़कर 4592 सेमी पर पहुंच गया है। जलस्तर में वृद्धि होने से गंगा के तटवर्ती इलाके की निचली भूमि, नालों और सोतों में फिर तेजी से पानी फैल रहा है। हालांकि, ग्रामीण कहते हैं कि अभी एक-डेढ़ मीटर और पानी बढ़ेगा तब जाकर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होगी। खतरे के निशान से तीसरी बार गंगा का जलस्तर ऊपर पहुंचा है। मटिऔर से लेकर गंगा की दो धाराओं के बीच की निचली भूमि में परवल, चीना आदि की फसलों में भी पानी का फैलाव होने लगा है। वैसे बाढ़, बनैला सूअर और नीलगाय के डर से पहले से ही बहुत सारी कृषि योग्य भूमि परती पड़ी हुई है। इधर, बाढ़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन मुस्तैदी बरत रहा है। पल-पल की खबर देने के लिए होमगार्ड के जवानों की बांधों पर ड्यूटी लगाई गई है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दलसिंहसराय के सरारी स्थित कैंप पर तैनात जेई जितेश रंजन से मिली जानकारी के अनुसार बांध और कटाव-निरोधी बंडाल की सुरक्षा के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि बालू भरी सीमेंट के 62230 बैग, बालूभरी 2500 बैग, 995 घनमीटर बालू, खाली सीमेंट बोड़ी के 500 बैग के अतिरिक्त 1988 नायलोन क्रेट, 100 गैबियन व 661.93 घनमीटर बोल्डर का भंडारण कर लिया गया है।

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