खतरे के निशान से 75 सेमी ऊपर पहुंचा गंगा का जलस्तर
मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण क्षेत्र में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। बुधवार की दोपहर जलस्तर खतरे के निशान 4550 सेमी से 75 सेमी ऊपर बढ़कर 4625 सेमी पर पहुंच गया।
समस्तीपुर । मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण क्षेत्र में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। बुधवार की दोपहर जलस्तर खतरे के निशान 4550 सेमी से 75 सेमी ऊपर बढ़कर 4625 सेमी पर पहुंच गया। जलस्तर में वृद्धि होने से गंगा के तटवर्तीय इलाकों की निचली भूमि, नालों और सोतों में तेजी से पानी फैल रहा है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि एक-डेढ़ मीटर पानी और बढ़ने पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होगी। मटिऔर से लेकर गंगा की दो धाराओं के बीच की निचली भूमि में परवल, चीना आदि की फसलों में भी पानी का फैलाव होने लगा है। वैसे बाढ़, बनैले सूअर और नीलगाय के डर से बहुत सारी कृषि योग्य भूमि पहले से ही परती पड़ी हुई है। इधर, बाढ़ की संभावना को देखते हुए प्रशासनिक मुस्तैदी तेज हो गई है। पल-पल की खबर देने के लिए कुल 16 होमगार्ड की बांधों पर ड्यूटी लगाई गई है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दलसिंहसराय के मोहनपुर प्रखंड के सरारी स्थित कैंप पर तैनात जेई जितेश रंजन से मिली जानकारी के अनुसार बांध और कटाव-निरोधी बंडाल की सुरक्षा के लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि बालू भरी सीमेंट बोरी के 62230 बैग, बालू भरे 2500 बैग, 995 घनमीटर बालू, खाली सीमेंट बोरी के 500 बैग के अतिरिक्त 1988 नायलोन क्रेट, 100 गैबियन और 661.93 घनमीटर बोल्डर का भंडारण कर लिया गया है। सीओ चंद्रकांत सिंह ने बुधवार को प्रखंड की गंगातटीय चार पंचायतों धरनीपट्टी पश्चिमी, बघड़ा, डुमरी दक्षिणी और राजपुर-जौनापुर के मुखियों के साथ संभावित बाढ़ से निबटने के आवश्यक उपायों पर चर्चा की।