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मोहनपुर में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी

पिछले 24 घंटे में मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि हो जाने से पानी का फैलाव तेजी से क्षेत्र में होने लगा है। हाजीपुर-बाजिदपुर बांध के दक्षिण वाले भूभाग के आवासीय क्षेत्र को छोड़ बाकी खेती वाली भूमि में लगभग सभी जगहों पर बाढ़ का पानी फैल गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 12:24 AM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 12:24 AM (IST)
मोहनपुर में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी
मोहनपुर में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी

समस्तीपुर । पिछले 24 घंटे में मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि हो जाने से पानी का फैलाव तेजी से क्षेत्र में होने लगा है। हाजीपुर-बाजिदपुर बांध के दक्षिण वाले भूभाग के आवासीय क्षेत्र को छोड़ बाकी खेती वाली भूमि में लगभग सभी जगहों पर बाढ़ का पानी फैल गया है। इससे अधपकी मकई की फसलों को काटने पर किसान विवश हैं। पशुओं के चारे- पानी की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। बहुत सारे जगहों पर आवासीय भू-भाग के चारों तरफ पानी फैल गया है। जौनापुर से बिनगामा जानेवाली सड़क के किनारे स्थित यादव टोली के निकट दोनों तरफ पानी फैल गया है। मटिऔर के रामबहादुर सिंह से मिली जानकारी के अनुसार मटिऔर से चापर बांध तक जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क के टूटे हुए भाग से पानी आर-पार कर गया है। फिर मटिऔर से दुगछिया तक जानेवाली मुख्यमंत्री सड़क पर भी एक जगह पानी चढ़ गया है। इस कारण आवागमन की असुविधा उत्पन्न हो गयी है। उधर धरणीपट्टी पश्चिमी पंचायत की गंगा की दो धाराओं के बीच वाले गांवों में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है। इधर, वाया नदी का पानी उपटकर बिनगामा चौर में फैल गया है, जिससे उसमें लगी फसलें डूबने लगी हैं। धरणीपट्टी पश्चिमी के मुखिया डॉ. सुरेंद्र राय ने बताया कि अंचल प्रशासन द्वारा अभी तक कहीं भी सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर आया जलस्तर

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बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दलसिंहसराय के मोहनपुर स्थित सरारी कैंप से मिली जानकारी के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर शुक्रवार की दोपहर बढ़कर 47.03 मीटर पर पहुंच गया है। जो कि खतरे के निशान से 1 मीटर 53 सेंटीमीटर ऊपर है। चूंकि गंगा नदी इलाहाबाद से लेकर पटना तक बढ़ रही है, इसलिए फिलहाल यहां के जलस्तर में भी वृद्धि जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है। राजपुर-जौनापुर पंचायत के लिए लाइफलाइन बनी पीडब्ल्यूडी सड़क

जौनापुर से बिनगामा तक जानेवाली पीडब्ल्यूडी की सड़क राजपुर-जौनापुर पंचायत वासियों के लिए इस बाढ़ के समय लाइफलाइन बन गई है। इसी से यहां के लोगों का मोहिउद्दीननगर बाजार और मोहनपुर प्रखंड कार्यालय से संपर्क बना हुआ है। जौनापुर के पूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह बताते हैं कि जब यह सड़क नहीं थी, तब मछली वाली बाड़ी, मरगंग व जौनापुर एवं जलालपुर के बीच वाले चौर हल्के बाढ़ के पानी से ही भर जाता था। जिससे इसका प्रखंड कार्यालय समेत बाहरी दुनिया से सड़क-संपर्क टूट जाता था। तटबंध पर पानी के दबाव को ले बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल अलर्ट

गंगा नदी में बाढ़ आ जाने के कारण चांदपुर धमौन-रसलपुर तटबंध पर पानी का दबाव बढने तथा कटाव की आशंका एवं हाजीपुर -बाजिदपुर बांध के क्षतिग्रस्त भागों की मरम्मत को लेकर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, दलसिंहसराय अलर्ट है। इसके सरारी कैंप पर पदस्थापित जेई जितेश रंजन ने बताया कि फ्लड-फाइटिग का कार्य रात-दिन चल रहा है। इसके लिए आठ संवेदकों के अंदर तीन सौ से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। इन स्थलों पर फिलहाल 81 हजार बालू भरा सीमेंट बैग, 2500 बालू भरा जियो बैग, 2652 नाइलन क्रेट, 1500 खाली जियो बैग, 661 घनमीटर बोल्डर, 103 जीए वाभर क्रेट व 100 गेडियन उपलब्ध हैं डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा

मोहिउद्दीनगर/विद्यापतिनगर, संस : जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने गंगा नदी में जल स्तर में बढ़ोतरी से प्रभावित विद्यापतिनगर एवं मोहिउद्दीनगर के पंचायतों का निरीक्षण किया। इस क्षेत्र निरीक्षण में डीएम के साथ अपर समाहर्ता विनय कुमार राय, अनुमंडल पदाधिकारी विष्णुदेव मंडल, भूमि सुधार उप समाहर्ता एवं दोनों प्रखंडों के बीडीओ एवं सीओ मौजूद थे। डीएम ने विद्यापतिनगर के शेरपुर एवं मउ दियारा क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उसके बाद मोहिउद्दीनगर के पतसिया एवं बोचहा का जायजा लिया। डीएम ने जल स्तर से प्रभावित टोलों में एक-एक सरकारी कर्मी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश अंचलाधिकारी को दिया। आवागमन के के लिए पर्याप्त मात्रा में नावों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को भी कहा। सभी नाव संध्या के पश्चात परिचालित नहीं होंगे। नावों पर ओवर लोडिंग नहीं की जाएगी। परिचालन में इस्तेमाल करने वाले नावों पर सरकारी लाल झंडा इस्तेमाल किया जाएगा। डीएम ने कहा कि जल स्तर में घटोतरी की संभावना है। ऐसा अनुमान है कि फरक्का बराज के शीघ्र खुलने से जल स्तर में कमी आएगी।

विद्यापतिनगर के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा

प्रखंड के शेरपुर,मऊ धनेशपुर दक्षिण,बालकृष्णपुर मड़वा व बाजिदपुर पंचायत के विभिन्न वार्डो में गंगा की सहायक वाया नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि से नदी के तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मऊ धनेशपुर दक्षिण के वार्ड संख्या-13,10 का आंशिक हिस्सा, शेरपुर के वार्ड- 13 का अधिकांश भाग ,वार्ड 14,15 सहित बालकृष्णपुर मडवा व बाजिदपुर पंचायत में नदी के निकटवर्ती समतल बहु भाग आबादी वाले रिहायशी इलाकों में पानी भरने से सैकड़ों घरों में पानी प्रवेश कर गया है।वहीं सैकड़ों घर पानी से घिर गए हैं। नतीजतन लोगों के बीच खलबली मच गई है। साथ ही मवेशियों के ठहराव वाले हिस्से के जल पल्लावित हो जाने से किसान अपने जानवरों को अन्यत्र ले जाने को विवश हुए हैं। जलस्तर में वृद्धि से लोगों का बाजार से संपर्क टूटने लगा है।लोदियाही गांव के जगदीश राय,रामानंद राय,नागेश्वर राय ,नंदकिशोर राय,गोपालपुर के देवेंद्र राय ,अर्जुन राय , लालू राय ,सुरेश राय, विशनपुर के अरविद राय,मऊ के किसान शशिनाथ साह आदि ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का, धान, सोयाबीन, मिर्च, बैगन, फूलगोभी आदि की लहलहाती फसलें डूब गयी हैं।


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